पीएम मोदी ने संस्कृत में किया लड़ाकू विमान राफेल का स्वागत
हरियाणा में अंबाला के एयरबेस पर यह लड़ाकू विमान राफेल लैंड करवाया गया है। इस बात की जानकारी खुद देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दी है। राजनाथ सिंह ने कहा है कि राफेल विमानों का भारत आना हमारे सैन्य इतिहास में एक नए युग की शुरुआत है। यहां पर एक खास बात है कि विमानों के लैंड होते ही उन्हें वाटर सैल्यूट दिया गया है। बताया जाता है कि यह वायु सेना का पुराना ट्रेडीशन है। जिसे फाइटर जेट्स के आने पर हर बार फॉलो किया जाता है और इस बार भी जब देश में राफेल आया तो उसका जोरदार स्वागत वाटर सेल्यूट करके दिया गया है।
इस मौके पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी लड़ाकू विमान राफेल का जोरदार स्वागत किया है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर राफेल का स्वागत किया है। पीएम मोदी ने जो ट्वीट किया है वह संस्कृत में किया है। पीएम नरेंद्र मोदी का ट्वीट कुछ इस प्रकार है :-
राष्ट्ररक्षासमं पुण्यं,
राष्ट्ररक्षासमं व्रतम्,
राष्ट्ररक्षासमं यज्ञो,
दृष्टो नैव च नैव च।।
नभः स्पृशं दीप्तम्…
स्वागतम्! #RafaleInIndia
राष्ट्ररक्षासमं पुण्यं,
राष्ट्ररक्षासमं व्रतम्,
राष्ट्ररक्षासमं यज्ञो,
दृष्टो नैव च नैव च।।
नभः स्पृशं दीप्तम्…
स्वागतम्! #RafaleInIndia pic.twitter.com/lSrNoJYqZO— Narendra Modi (@narendramodi) July 29, 2020
इसका मतलब है कि राष्ट्र रक्षा से बढ़कर ना कोई पुण्य है, ना कोई व्रत है, ना कोई यज्ञ है। बता दें कि राफेल विमान दुनिया के सबसे अच्छे विमानों में से एक माना जाता है। दुश्मनों के छक्के छुड़ाने में यह विमान काफी कारगर सिद्ध होगा इससे भारतीय सेना की ताकत भी कई गुना बढ़ेगी। वही इस मौके पर देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर कहा है कि बर्ड्स सुरक्षित उतर गए हैं। बता दें कि वायु सेना में लड़ाकू विमानों को बर्ड कहा जाता है।
लड़ाकू विमान राफेल फ्रांस से 7000 किलोमीटर की दूरी तय कर के आज भारत पहुंचा है। अंबाला में ही राफेल फाइटर जेट्स की पहली स्क्वाडर्न तैनात है। 17 नंबर कि इस स्क्वाड्रन को गोल्डन एरोज नाम दिया गया है। इस स्क्वाड्रन में 18 राफेल लड़ाकू विमान होंगे तीन ट्रेनर और बाकी 15 फाइटर जेट। राफेल विमानों की दूसरी स्क्वाड्रन उत्तरी बंगाल के हासीमारा में तैनात की जाएगी।
राफेल विमान के भारतीय वायु सेना में आ जाने से भारतीय वायु सेना की ताकत कई गुना बढ़ी है। वहीं रक्षा मंत्रालय की तरफ से राफेल विमानों की उड़ान की पहली तस्वीर भी जारी कर दी गई है। इन पांच राफेल विमानों की सुरक्षा के लिए दो सुखोई विमान भी साथ उड़ रहे थे। इन विमानों ने हवा में विक्ट्री साइन भी बनाया था। रक्षा मंत्री के कार्यालय ने भारतीय वायु सीमा में घुसने के बाद इन विमानों की एक वीडियो भी शेयर की है जिसको खूब और सोशल मीडिया पर अभी है वीडियो वायरल भी हो रही है।