प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खूंटी में जनसभा को कुछ इस तरह किया संबोधित
झारखंड विधानसभा चुनाव के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खूंटी में जनसभा को संबोधित किया | उन्होंने इस दौरान भगवान राम का जिक्र किया और आदिवासियों से जोड़ा | उन्होंने कहा, ”भगवान राम अयोध्या से जब निकले थे तब तो राजकुमार राम थे और जब 14 साल के वनवास के बाद वापस आए तो मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम बन गए | ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि 14 साल भगवान राम ने आदिवासियों के बीच बिताए थे | ये संस्कार हैं आदिवासी भाई-बहनों के |”
पीएम ने कहा, ”राम जन्मभूमि को लेकर जिस विवाद को कांग्रेस और उसके सहयोगियों की सरकारों ने लगातार लटकाए रखा, वो भी शांतिपूर्ण ढंग से हल हो गया |”
पीएम मोदी झारखंड की रैलियों में अयोध्या फैसले का जिक्र करते रहे हैं | बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद मामले में 9 नवंबर को फैसला सुनाते हुए विवादित स्थल पर राम मंदिर का निर्माण कराने और मुसलमानों को मस्जिद निर्माण के लिये अयोध्या में किसी प्रमुख स्थान पर पांच एकड़ जमीन देने का आदेश दिया था | अब इसी फैसले को चुनौती दी गई है |
पीएम मोदी ने कहा, ”झारखंड के लोगों में बीजेपी सरकार के प्रति और कमल के फूल के प्रति एक विश्वास की भावना है | ये भाव है कि झारखंड का विकास अगर कोई दल कर सकता है तो वो सिर्फ और सिर्फ बीजेपी की कर सकती है |”
उन्होंने कहा, ”पहले चरण के मतदान के बाद तीसरी बात ये भी स्पष्ट हुआ है कि, झारखंड के लोगों में बीजेपी सरकार के प्रति एक विश्वास की भावना है |” मोदी ने कहा, ”आज उन जनजातीय क्षेत्रों में भी पानी की लाइन पहुंच रही है, जिनको कांग्रेस-JMM की सरकारों ने अपने हाल पर छोड़ दिया था | उन पिछड़ों और आदिवासी परिवारों को भी अपना घर मिल पा रहा है, जिनको कांग्रेस-JMM की सरकारों ने झोंपड़ियों में रहने के लिए मजबूर कर रखा था |”
उन्होंने कहा, ”झारखंड ये भली भांति जानता है कि कांग्रेस और JMM की राजनीति छल और स्वार्थ की राजनीति है | जबकि बीजेपी कर्म और सेवा भाव से काम करती है |” पीएम ने कहा, ”आपके पड़ोस में जहां बीजेपी की सरकारें नहीं है, वहां की स्थिति आप देख लीजिए | वहां किसानों, आदिवासियों और पिछड़ों के साथ झूठे वायदे करके कांग्रेस और उसके साथी दलों ने सरकार तो बना ली, लेकिन अब वादा पूरा करने से दूर भाग रहे हैं |”
उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 अब हट चुका है | अब केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर को विकास और विश्वास के पथ पर ले जाने की जिम्मेदारी आदिवासी अंचल में ही जन्मे, पले-बढ़े, उपराज्यपाल जी के कंधे पर है |
झारखंड में पांच चरणों में कुल 81 सीटों के लिए चुनाव हो रहे हैं | जिसमें पहले चरण के लिए 13 सीटों पर मतदान 30 नवंबर को हुआ, दूसरे चरण में सात दिसंबर को 20 सीटों के लिए, तीसरे चरण के लिए 12 दिसंबर को, चौथे चरण के लिए 16 दिसंबर को और पांचवें एवं अंतिम चरण के लिए 20 दिसंबर को मतदान होगा | झारखंड विधानसभा चुनाव के पांचों चरण की मतगणना एक साथ 23 दिसंबर को होगी |