भारत चीन झड़प पर बोले पीएम मोदी- मैं भरोसा दिलाना चाहता हूं, हमारे जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा
भारत और चीन के बीच झड़प में भारत के 20 सैनिक शहीद हो गए हैं। हालांकि सूत्रों के हवाले से खबर है कि भारतीय सैनिकों ने चीन के लगभग 43 सैनिकों को हताहत किया है साथ ही चीन के कमांडिंग ऑफिसर को भी भारतीय सैनिकों ने ढेर कर दिया है। वहीं अब देश के प्रधानमंत्री मोदी ने देश के शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि दुख की इस कठिन घड़ी में हमारे इन शहीदों के परिजनों के प्रति मैं अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं। आज पूरा देश आपके साथ है, देश की भावनाएं आपके साथ हैं। चाहे स्थिति कुछ भी हो, परिस्थिति कुछ भी हो, भारत पूरी दृढ़ता से देश की एक एक इंच जमीन की, देश के स्वाभिमान की रक्षा करेगा। भारत सांस्कृतिक रूप से एक शांतिप्रिय देश है। हमारा इतिहास शांति का रहा है, भारत का वैचारिक मंत्र ही रहा है लोकाह समस्ताह सुखिनो भवंति। हमने हर युग में पूरे संसार में शांति की पूरी मानवता के कल्याण की कामना की । हमने हमेशा से ही अपने पड़ोसियों के साथ एक कोऑपरेटिव और फ्रेंडली तरीके से मिलकर काम किया। हमेशा उनके विकास और कल्याण की कामना की है। जहां कहीं हमारे मतभेद रहे हैं। हमने हमेशा ही है प्रयास किया है कि मतभेद विवाद ना बने। डिफरेंस, डिस्प्यूट में ना बदलें। हम कभी किसी को भी उकसाते नहीं है, लेकिन हम अपने देश की दृढ़ता और संप्रभुता के साथ समझौता भी नहीं करेंगे।
पीएम मोदी ने कहा कि जब भी समय आया है हमने देश की अखंडता और संप्रभुता की रक्षा करने में अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया है। अपनी क्षमताओं को साबित किया है। साथ ही विक्रम और वीरता भी उतना ही हमारे देश की चरित्र का हिस्सा है। मैं देश को भरोसा दिलाना चाहता हूं। हमारे जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। हमारे लिए भारत की अखंडता और संप्रभुता सर्वोच्च है और इसकी रक्षा करने से हमें कोई भी रोक नहीं सकता। इस बारे में किसी को भी जरा भी भ्रम या संदेह नहीं होना चाहिए। भारत शांति चाहता है लेकिन भारत उकसाने पर हर हाल में यथोचित जवाब देने में सक्षम है। हमारे दिवंगत शहीद वीर जवानों के विषय में देश को इस बात का गर्व होगा कि वह मारते मारते मरे हैं।
पीएम मोदी ने सभी मुख्यमंत्रियों के साथ 2 मिनट का मौन रखा। मुख्यमंत्रियों से बातचीत करने से पहले सभी ने देश के वीर सपूतों को श्रद्धांजलि दी।