शिमला में बोले PM मोदी, हम वोटबैंक बनाने के लिए नहीं, नया भारत बनाने के लिए काम कर रहे
भारतवासियों के सामर्थ्य के आगे कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी सरकार के आठ वर्ष पूरे होने पर शिमला में ‘गरीब कल्याण सम्मेलन’ में हिस्सा लेने और विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों से सीधे संवाद करने के लिए पहुंचे. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शिमला में रिज के मैदान से वर्चुअल माध्यम की मदद से विभिन्न सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों से संवाद किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिमला में रोड शो भी किया. इस दौरान लोगों ने प्रधानमंत्री की गाड़ी पर फूल बरसाए.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा मेरा संकल्प है कि हर भारतवासी के सम्मान के लिए, हर भारतवासी की सुरक्षा, हर भारतवासी की समृद्धि के लिए, भारतवासी को सुख-शांति की जिंदगी कैसे मिले, हर किसी का कल्याण करने के लिए जितना काम कर सकूँ, उसको करता हूं.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा- अभी देश के करोड़ों किसानों के खातों में पीएम किसान सम्मान निधि का पैसा ट्रांसफर हो गया. पैसा उनको मिल भी गया और आज मुझे शिमला की धरती से देश के 10 करोड़ से भी ज्यादा किसानों के खातों में पैसे पहुंचाने का सौभाग्य मिला है.
भारतवासियों के सामर्थ्य के आगे कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं
पीएम मोदी ने कहा, हमें 21वीं सदी के बुलंद भारत के लिए, आने वाली पीढ़ियों के उज्ज्वल भविष्य के लिए काम करना है. एक ऐसा भारत जिसकी पहचान अभाव नहीं बल्कि आधुनिकता हो. हम भारत वासियों के सामर्थ्य के आगे कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है. आज भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है. आज भारत में रिकॉर्ड विदेशी निवेश हो रहा है. आज भारत रिकॉर्ड एक्सपोर्ट कर रहा है.
भारतवासियों के सामर्थ्य के आगे कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं: PM मोदी
पीएम मोदी ने कहा, हमें 21वीं सदी के बुलंद भारत के लिए, आने वाली पीढ़ियों के उज्ज्वल भविष्य के लिए काम करना है. एक ऐसा भारत जिसकी पहचान अभाव नहीं बल्कि आधुनिकता हो. हम भारत वासियों के सामर्थ्य के आगे कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है. आज भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है. आज भारत में रिकॉर्ड विदेशी निवेश हो रहा है. आज भारत रिकॉर्ड एक्सपोर्ट कर रहा है.
हम वोटबैंक बनाने के लिए नहीं, नया भारत बनाने के लिए काम कर रहे: PM मोदी
पीएम मोदी ने कहा, हमारे देश में दशकों तक वोटबैंक की राजनीति हुई है. अपना-अपना वोटबैंक बनाने की राजनीति ने देश का बहुत नुकसान किया है. हम वोटबैंक बनाने के लिए नहीं, नए भारत को बनाने के लिए काम कर रहे हैं. 2014 से पहले जब मैं आपके बीच आता था, तो कहता था कि भारत दुनिया से आंख झुकाकर नहीं, आंख मिलाकर बात करेगा. आज भारत मजबूरी में दोस्ती का हाथ नहीं बढ़ाता है. आज भारत मदद के लिए हाथ बढ़ाता है. हमें 21वीं सदी के बुलंद भारत के लिए, आने वाली पीढ़ियों के उज्ज्वल भविष्य के लिए काम करना है. एक ऐसा भारत जिसकी पहचान अभाव नहीं बल्कि आधुनिकता हो.