मोदी ने बताई “अहंकारी” कांग्रेस के रोने की सीक्रेट “वजह”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा में जीत के बाद लगातार कांग्रेस पर निशाना साधते हुए नज़र आ रहे है | आज पीएम मोदी ने राज्यसभा में फिर एक बार कांग्रेस पर सीधा हमला किया है | नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा में कहा ‘कई दशकों बाद देश में फिर से एक पूर्ण बहुमत वाली सरकार बनी है और यह चुनाव कई मायनों में खास था | देश के मतदाताओं ने स्थिरता को बल दिया है | इस बार देश की जनता दलों से परे लड़ रही थी | उन्होंने कहा कि देश के कोने-कोन में जाकर जनता के दर्शन करने का मौका मुझे मिला है और भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है | चुनाव की ग्लोबल वेल्यू होती है और उस समय अपनी सोच की मर्यादाओं के कारण, विचारों की विकृति के कारण यह कहना कि आप चुनाव जीत गए देश चुनाव हार गया, यह कहना लोकतंत्र और जनता अपमान है |

पीएम मोदी ने राज्यसभा में कहा कि चुनाव में देश हार गया, लोकतंत्र हार गया तो क्या वायनाड और रायबरेली में हिन्दुस्तान हार गया, क्या अमेठी में हिन्दुस्तान हार गया | कांग्रेस हारी तो देश हार गया ये कौनसा तर्क है, कांग्रेस का मतलब देश नहीं, अहंकार की एक सीमा होती है | उन्होंने कहा कि 60 साल तक देश में सरकार चलाने वाला दल 17 राज्यों में एक सीट नहीं जीत पाया क्या हम आसानी से कह देंगे कि देश हार गया | इस तरह के बयान से हमने देश के मतदाताओं को कटघरे में खड़ा कर दिया, वोटरों का ऐसा अपमान इस तरह की पीड़ा देता है | पीएम ने कहा कि कड़ी तपस्या के बाद देश में चुनाव होता है और हम उनका मजाक उड़ा रहे हैं | किसान का भी अपमान किया गया और उसे बिकाऊ तक बता दिया गया | किसान के लिए कह देना कि 2-2 हजार में उसने अपना वोट बेच दिया, यह सुनकर मैं हैरान हूं |

आज चुनाव बाद मतदान प्रतिशत बढ़ने की चर्चा होती है लेकिन पहले हिंसा और बूथ कैप्चरिंग की चर्चा होती थी | जब से सही अर्थ में लोकतंत्र की प्रक्रिया आई है ऐसे लोगों के हारने का क्रम भी तभी से शुरू हुआ है | देश लोकतंत्र को इस प्रकार से दबोचने की प्रक्रिया में मदद नहीं कर सकता है | पीएम मोदी ने कहा कि 1977 में सबसे पहले ईवीएम की चर्चा शुरू हुई तब हम राजनीति में कहीं नजर नहीं आते थे और 1988 में इसी सदन में बैठे लोगों ने कानूनन इस व्यवस्था को मंजूरी दी, हम तब भी नहीं थे | ईवीएम भी कांग्रेस ने ही किया था और आज हार गए तो रो रहे हो | ईवीएम से अब तक 113 विधानसभाओं के चुनाव हुए हैं और यहां बैठे सभी दलों को उसी ईवीएम से सत्ता में आने का मौका मिला है | चार लोकसभा चुनाव में भी लोग उसी ईवीएम से लोग जीतकर आए हैं | ईवीएम सभी परीक्षण के बाद न्यायपालिका ने उसे ठीक पाया है. ईवीएम को लेकर चुनाव आयोग भी चुनौती दे चुका है |

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