पीएम मोदी ने सरदार पटेल की जयंती पर पाकिस्तान को लताड़ा, 370 पर कही बड़ी बात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सरदार वल्लभ भाई पटेल की 144वीं जयंती के मौके पर गुजरात के केवडिया में स्थित ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ जाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी | इस दौरान समारोह को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने बिना नाम लिए पड़ोसी देश पाकिस्तान पर निशाना साधा | जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि कुछ लोग युद्ध नहीं जीत सकते, लेकिन वह हमारी एकता में फूट डालने की कोशिश कर रहे हैं |
पीएम मोदी ने कहा, ‘’मैं आज राष्ट्रीय एकता दिवस पर प्रत्येक देशवासी को देश के समक्ष मौजूद ये चुनौती याद दिला रहा हूं, जो हमसे युद्ध में नहीं जीत सकते, वो हमारी इसी एकता को चुनौती दे रहे हैं |’’ उन्होंने कहा, ‘’लेकिन वो भूल जाते हैं कि सदियों की ऐसी ही कोशिशों के बावजूद हमें कोई मिटा नहीं सका | हमारी एकता को परास्त नहीं कर सका |’’
पीएम मोदी ने कहा, ‘’जब हमारी विविधताओं के बीच एकता पर बल देने वाली बातें होती हैं तो इन ताकतों को मुंहतोड़ जवाब मिलता है | सरदार साहेब के आशीर्वाद से इन ताकतों को परास्त करने का एक बहुत बड़ा फैसला देश ने कुछ हफ्ते पहले ही लिया है | आर्टिकल 370 ने जम्मू-कश्मीर को अलगाववाद और आतंकवाद के सिवाय कुछ नहीं दिया |’’
पीएम मोदी ने आगे कहा, ‘’पूरे देश में जम्मू-कश्मीर ही एकमात्र स्थान था, जहां आर्टिकल 370 था और पूरे देश में जम्मू-कश्मीर ही एकमात्र स्थान था, जहां तीन दशकों में आतंकवाद ने करीब-करीब 40 हजार लोगों की जान ले ली |’’ उन्होंने कहा, ‘’दशकों तक हम भारतीयों के बीच इस आर्टिकल 370 ने एक अस्थाई दीवार बना रखी थी | हमारे जो भाई-बहन इस अस्थाई दीवार के उस पार थे, वो भी असमंजस में रहते थे | जो दीवार कश्मीर में अलगाववाद और आतंकवाद बढ़ा रही थी, अब वो दीवार गिरा दी गई है |’’
मोदी ने कहा, ‘’कभी सरदार पटेल ने कहा था कि अगर कश्मीर का मसला उनके पास रहा होता तो उसे सुलझने में इतनी देर नहीं होती | आज उनकी जन्म जयंती पर मैं आर्टिकल 370 को हटाने का फैसला सरदार साहेब को समर्पित करता हूं |’’ उन्होंने कहा, ‘’हमें इस बात की भी खुशी है कि आज से ही जम्मू-कश्मीर और लद्दाख एक नए भविष्य की ओर कदम बढ़ा रहे हैं | हाल ही में वहां ब्लॉक डवलपमेंट काउंसिल के चुनाव में 98 प्रतिशत पंचों-सरपंचों की भागीदारी एक बड़ा संदेश है |’’
मोदी ने कहा, ‘’अब जम्मू कश्मीर में एक राजनीतिक स्थिरता आएगी | अब निजी स्वार्थ के लिए सरकारें बनाने और गिराने का खेल बंद होगा | अब क्षेत्र के आधार पर भेदभाव के शिकवे और शिकायतें भी दूर होंगी |’’ उन्होंने कहा, ‘’जब सरदार पटेल पांच सौ से ज्यादा रिसायतों के एकीकरण के भगीरथ कार्य के लिए निकले थे तो यही वो चुंबकीय शक्ति थी, जिसमें ज्यादातर राजे-रजवाड़े खिंचे चले आए थे |’’