मॉस्को में भारतीय समुदाय के लोगों से मिले PM मोदी, ‘रूस शब्द सुनते ही.. मोदी यह क्या कह गए
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज 9 जुलाई है आज के ही दिन मुझे शपथ लिए पूरा एक महीना हुआ है।
आज मॉस्को में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित किया। समारोह में बड़ी संख्या में भारतीय नागरिक पहुंचे थे और उन्होंने प्रधानमंत्री के शब्दों को ध्यान से सुना। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने भारतीय समुदाय की महत्वपूर्ण भूमिका को सराहा और उनके संघर्षों को अभिव्यक्त किया। उन्होंने समुदाय के सदस्यों से बातचीत की और उनके समस्याओं और अनुरोधों को ध्यान में रखने का आश्वासन दिया। इस समारोह ने भारतीय समुदाय के लोगों के बीच में एक सजीव और समृद्ध संवाद का माहौल बनाया।
1. प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि दुनिया अब बदलते भारत को गौर से देख रही है। उन्होंने भारत की विकास की गति, अर्थव्यवस्था में सुधार और सामाजिक उत्थान को बढ़ावा देने की बात की।
2. तीसरे टर्म में सरकार का लक्ष्य है कि 3 करोड़ लखपति दीदी बनाए जाएं। मोदी ने यह लक्ष्य रखा है कि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाकर उनकी स्थिति में सुधार किया जाए।
3. प्रधानमंत्री मोदी रूस की दो दिवसीय यात्रा पर हैं। इस यात्रा के दौरान उनका मुख्य उद्देश्य भारत और रूस के बीच समरसता और सहयोग को बढ़ावा देना है, खासकर विभिन्न क्षेत्रों में व्यापार और रक्षा सहित विभिन्न मामलों पर चर्चा करना।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने दो दिवसीय रूस दौरे के दौरान मॉस्को में भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित किया। इस महत्वपूर्ण समारोह में भारतीय समुदाय की भावुकता और समर्थन ने प्रधानमंत्री को प्रेरित किया। उन्होंने यहां अपने देश के प्रति अपने गहरे समर्थन का इजहार किया और कहा, “मैं अकेला नहीं आया हूं, मैं अपने साथ बहुत कुछ लेकर आया हूं। मैं अपने साथ हिंदुस्तान की मिट्टी की महक लेकर आया हूं। मैं अपने साथ 140 करोड़ देशवासियों का प्यार लेकर आया हूं।”
प्रधानमंत्री ने भारत और रूस के दोस्ती को भी बढ़ावा दिया और कहा, “रूस शब्द सुनते ही हर भारतीय के मन में पहला शब्द आता है भारत के सुख-दुख का साथी, भारत का सच्चा दोस्त। रूस में सर्दियों के मौसम में तापमान कितना ही माइनस में नीचे क्यों न चला जाए। भारत-रूस की दोस्ती हमेशा प्लस में रह रही है, गर्मी भरी रह रही है। ये रिश्ता आपसी विश्वास और आपसी सम्मान की मजबूत नींव पर बना है।”
उन्होंने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के प्रति भी अपना आभार व्यक्त किया और कहा, “ये सारी मीटिंग ट्रस्ट और रिस्पेक्ट बढ़ाने वाली रही है। जब हमारे देश के छात्र रूस-यूक्रेन के बीच फंसे थे, तो राष्ट्रपति पुतिन ने उन्हें वापस भारत पहुंचाने में हमारी मदद की थी। मैं रूस के लोगों का, मेरे मित्र पुतिन का इसके लिए भी फिर से आभार व्यक्त करता हूं।”
इस दौरे के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने भारत के और रूस के बीच विभिन्न गहराई में चर्चा की और महत्वपूर्ण मुद्दों पर सहमति बनाने का प्रयास किया। उन्होंने दोनों देशों के बीच व्यापार, रक्षा और साझा हितों पर भी चर्चा की और इस दोस्ताना संबंध को मजबूती से आगे बढ़ाने का संकल्प जताया।