पीएम मोदी ने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर बनाने वाले मजदूरों के साथ किया भोजन
मजदूरों के साथ भोजन करने के दौरान पीएम मोदी के साथ सीएम योगी भी थे मौजूद
लखनऊ: कहते हैं असली राजा वही होता है जो अपनी प्रजा से भेदभाव नहीं करता हैं. ठीक उसी तरह जिस तरह पीएम नरेंद्र मोदी ने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के लोकार्पण के बाद मजदूरों के साथ लाइन में बैठकर भोजन किया. खाने के मेन्यू में पीएम मोदी और सीएम योगी की पसंद का पूरा ध्यान रखा गया था. इस भव्य लोकार्पण के व्यंजनों में मोदी जी को गुजराती डिश भी परोसी गई. इससे पहले अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि कुछ लोग ऐसे भी हैं जो बनारस के लोगों पर शक करते थे. कहते थे कि ये कैसे होगा, वह कैसे होगा. लेकिन उनको पता नहीं था कि काशी तो अविनाशी है. काशी में तो एक ही सरकार है वह सरकार बाबा की है. उन्होंने कहा कि जहां गंगा अपनी धारा बदलकर बहती हों, उस काशी को भला कौन रोक सकता है?
मजदूरों के साथ पीएम मोदी ने किया भोजन
देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मजदूरों के साथ भोजन करने से पहले अपने संबोधन में उनका आभार जताया. उन्होंने कहा कि आज भगवान शिव का प्रिय दिन सोमवार है. आज विक्रम संवत 2078 मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष दशमी तिथि एक नया इतिहास रच रही है. मैं आज अपने हर उस मजदुर भाई-बहन का भी आभार व्यक्त करना चाहता हूं, जिसका पसीना इस भव्य परिसर के निर्माण में बहा है. कोरोना के विपरीत काल में भी उन्होंने यहां पर काम नको रुकने नहीं दिया. मुझे अभी अपने इन मजदूर साथियों से मिलने का, उनका आशीर्वाद लेने का सौभाग्य मिला है.
कशी के साधु-संतों को भी पीएम मोदी ने किया संबोधित
पीएम ने काशी में मौजूद साधु-संतों और लोगों को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि विश्वनाथ धाम का ये पूरा नया परिसर एक भव्य भवन नहीं है, ये प्रतीक है हमारे भारत की सनातन संस्कृति का. ये प्रतीक है हमारी आध्यात्मिक आत्मा का. ये भारत की प्राचीन परंपराओं की पहचान हैं, भारत की ऊर्जा का, गतिशीलता का. उन्होंने कहा कि पहले यहां जो मंदिर क्षेत्र केवल 3000 वर्ग फीट में था, वह अब करीब 5 लाख वर्ग फीट का हो चुका है. अब मंदिर और मंदिर परिसर में 50 से 75 हजार श्रद्धालु एक साथ दर्शन कर सकते हैं.
बता दें इस शुभ अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ-साथ सीएम योगी आदित्यनाथ लगातार मौजूद रहे. श्रमिकों के साथ जब भोजन की बारी आई तो आमने-सामने की लाइन में पीएम और सीएम बैठे थे और उनके साथ काशी विश्वनाथ धाम के निर्माण में जुटे श्रमिक भी थे. यहां भी सुरक्षा की व्यवस्था बड़ी तगड़ी की गई थीं. इस कॉरिडोर के निर्माण से खुश पीएम मोदी ने कहा कि इस परियोजना के पूरा होने पर हर कोई आसानी से बाबा के दर्शन कर पायेगा. हमारे दिव्यांग भाई बहनों और बुजर्गों को अब दिक्कतों का कोई सामना नहीं करना पड़ेगा.