रामलला के सूर्य स्नान के लिए अंतरिक्ष विज्ञानियों से चर्चा कर रहे PM मोदी, मंदिर में होंगे ये आधुनिक इंतजाम
अयोध्या. अयोध्या (Ayodhya) के सर्किट हाउस में राम मंदिर निर्माण समिति (Ram Mandir Construction Committee) व राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की दूसरे दिन की बैठक में कई निर्णय लिए गए. बैठक में प्रत्येक रामनवमी में रामलला का सूर्य की किरणों से अभिषेक मंदिर में ही आधुनिक प्रकाश व्यवस्था से किए जाने पर चर्चा की गई. इस दौरान मंदिर परिसर की सुरक्षा के लिए आधुनिक इंतजामों पर भी मंथन किया गया.
राम मंदिर में हर रामनवमी पर रामलला का अभिषेक भगवान सूर्य की सुनहरी किरणों से हो इसके लिए राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने जानकारी दी. उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री ने अंतरिक्ष वैज्ञानिकों से अपील की है कि वे ऐसी तकनीक खोजें ताकि सूर्य की किरणों से रामलला का अभिषेक हो सके. ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि बैठक में राम मंदिर में प्रकाश व सुरक्षा व्यवस्था पर भी चर्चा हुई. मंदिर के अंदर प्रकाश कैसा हो. विशेष अवसरों पर किस तरह की प्रकाश व्यवस्था हो. मंदिर का बाहरी भाग कैसे प्रकाशित हो इस पर योजना तैयार की जा रही है. प्रकाश को सदैव एक सा रखने का प्रयास किया जा रहा है. आम दिनों में व त्योहारों पर प्रकाश कैसा हो और जन्मोत्सव के अवसर पर लाइटिंग की व्यवस्था कैसी हो इस पर भी चर्चा हुई.
चंपत राय ने बताया कि राम मंदिर के अंदर दीवारों व खंभो पर मूर्तियां बनाई जाएंगी. परकोटा के अंदर भी मूर्तियां बनाई जाएंगी, जिसमें दशावतार, नवग्रह, शक्ति पीठ की मूर्तियां तैयार की जाएंगी. बिजली के लिए आधुनिक तकनीक का प्रयोग होगा. बिजली के लिए तारों का प्रयोग नहीं होगा. जिस तरह से साउंड सिस्टम बेतार का होता है वैसी ही प्रकाश व्यवस्था की जायेगी. मंदिर में हमेशा भजन बजता रहेगा. राम मंदिर की सुरक्षा भी आधुनिक होगी. सुरक्षा में तकनीक का प्रयोग होगा. सुरक्षा में मैन पॉवर का कम प्रयोग होगा. बैठक की अध्यक्षता राम मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र ने की. बैठक में ट्रस्ट के पदाधिकारी सदस्य के अलावा टाटा कंसल्टेंसी व एलएनटी के एक्सपर्ट भी मौजूद रहे.