“PM मोदी और चंद्रबाबू नायडू ने विपक्ष के जाति जनगणना की मांग को अस्वीकार कर, एक समझौते की बुनियाद रखी”
उन्होंने कहा है कि देशवासियों के पास जो स्किल्स हैं, उनका डेटा इकट्ठा किया जाना चाहिए। पिछले एक साल से विपक्ष देशभर में कास्ट सेंसस कराने की मांग कर रहा है
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने देश में स्किल सेंसस कराने की मांग की है। उन्होंने पीएम मोदी से इस मुद्दे पर सुझाव मांगा है। उन्होंने कहा है कि देशवासियों के पास जो स्किल्स हैं, उनका डेटा इकट्ठा किया जाना चाहिए। पिछले एक साल से विपक्ष देशभर में कास्ट सेंसस कराने की मांग कर रहा है।
चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि पीपीपी मॉडल से देशवासियों को बड़ा फायदा मिलेगा। उन्होंने पीएम मोदी से इस मुद्दे पर सुझाव मांगा है। उन्होंने उज्जैन में एक कार्यक्रम में कहा कि देश में लोगों के पास जो स्किल है, उसका डेटा इकट्ठा किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप मॉडल का विस्तार देने से देशवासियों की जिंदगी में सुधार आएगा। वहीं, मोदी सरकार 3.0 में कौशल और रोजगार पर काफी जोर दिया जा रहा है। चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि वे केंद्र से कोई मंत्रीपद की मांग नहीं कर रहे हैं और इसे वाजपेयी के समय में भी नहीं किया था।
पीपीपी मॉडल से देशवासियों को मिलेगा फायदा: सीएम नायडू
उन्होंने इस मुद्दे पर पीएम मोदी से सुझाव मांगा है। उन्होंने कहा है कि देश में लोगों के पास जो स्किल मौजूद है उसका डाटा इकट्ठा किया जाए। उन्होंने कहा कि पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मॉडल का विस्तार देने से देशवासियों की जिंदगी बेहतर होगी। मोदी सरकार 3.0 में कौशल और रोजगार पर काफी जोर दिया जा रहा है। कुछ दिनों पहले पीएम मोदी से मुलाकात के बाद टीडीपी चीफ ने कहा था कि आंध्र प्रदेश का विकास उनकी प्राथमिकता है।
हमने कोई मंत्रीपद की मांग नहीं की: टीडीपी चीफ
चंद्रबाबू नायडू ने कहा है,”हमने केंद्र से कोई मंत्री पद नहीं मांगा, यहां तक कि वाजपेयी के समय में भी हमने मंत्रीपद नहीं मांगा था,जो भी पेशकश की गई, हमने स्वीकार कर लिया। उन्होंने आगे कहा,”वाजपेयी के दौर में लोकसभा अध्यक्ष का पद स्वीकार करने को याद करते हुए कहा कि उन्होंने केवल गठबंधन के साथ अच्छे संबंध बनाए रखने के लिए ऐसा किया था।