आईसीसी सालाना प्लेनरी सेशन को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने फिर की आत्मनिर्भर भारत की बात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडियन चेंबर ऑफ कॉमर्स (ICC) किस सत्र को संबोधित किया। इस संबोधन में नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर आत्मनिर्भर भारत की बात की है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 95 वर्ष से निरंतर देश की सेवा करना किसी भी संस्था या संगठन के लिए अपने आप में एक बड़ी बात होती है। आईसीसी ने पूर्वी भारत और उत्तर भारत के विकास में जो योगदान दिया है विशेषकर वहां की मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स को वह ऐतिहासिक है। पीएम नरेंद्र मोदी ने आईसीसी के 95 वर्ष पर देश को संबोधित किया है।
इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि आईसीसी ने 25 में अपने गठन के बाद से आजादी की लड़ाई को देखा है। भीषण अकाल और अन्य संकटों को देखा है और भारत की विकास पथ का भी आप हिस्सा रहे हैं। अब इस बार कि यह एजीएम एक ऐसे समय में हो रही है जब हमारा देश मल्टीपल चैलेंज कर रहा है। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोरोनावायरस से पूरी दुनिया लड़ रही है भारत भी लड़ रहा है लेकिन अन्य तरह के संकट भी निरंतर खड़े हो रहे हैं कहीं बाढ़ की चुनौती कहीं लॉकस्ट, पोंगोपाल के कहर, कहीं ओलावृष्टि कहीं असम आयल फील्ड में आग, कहीं छोटे-छोटे भूकंप। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत इन सभी चीजों से एक साथ लड़ रहा है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि कभी-कभी समय भी हमें पता है हमारी परीक्षा लेता है। कई बार अनेक कठिनाइयां अनेक कसौटी या एक साथ आती है। लेकिन हमने यह भी अनुभव किया है इस तरह की कसौटी में हमारा कृतित्व उज्जवल भविष्य की गारंटी भी लेकर आता है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारे यहां कहा जाता है मन के हारे हार मन के जीते जीत यानी हमारी संकल्प शक्ति हमारी इच्छा शक्ति ही हमारा आगे का मार्ग तय करेगी। जो पहले ही हार मान लेता है उसके सामने नए अवसर कम ही आते हैं। यह हमारी एकजुटता एक साथ मिलकर बड़ी से बड़ी आपदा का सामना करना, यह हमारी संकल्प शक्ति यह हमारी इच्छा शक्ति एक राष्ट्र के रूप में हमारी बहुत बड़ी ताकत है मुसीबत की दवाई मजबूती है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि यही भावना आज मैं आपके चेहरे पर देख सकता हूं, करोड़ों देशवासी के प्रयासों में देख सकता हूं। कोरोनावायरस का संकट पूरी दुनिया में बना हुआ पूरी दुनिया इससे लड़ रही है कोरोना वारियर्स के साथ हमारा देश इस से लड़ रहा है।लेकिन इन सबके बीच हर देशवासी अब इस संकल्प से भी भरा हुआ है कि इस आपदा को अवसर में परिवर्तित करना है इसे हमें देश का बहुत बड़ा टर्निंग प्वाइंट बनाना है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत, स्व विश्वसनीय भारत आत्मनिर्भरता का यह भाव वर्षों से हर भारतीय ने एक आकांक्षा की तरह जिया है, लेकिन फिर भी एक बड़ा कार्स हर भारतीय के मन में रहा है मस्तिष्क में रहा है। उन्होंने कहा कि एक बहुत बड़ी वजह रही है कि बीते 5-6 वर्षों में देश की नीति, राजनीति में भारत की आत्मनिर्भरता का लक्ष्य सर्वोपरि रहा है। अब कोरोना क्राइसिस ने हमें इसकी गति और तेज करने का सबक दिया। इसी सबक से निकला है आत्मनिर्भर भारत अभियान।
पीएम मोदी ने कहा कि हर कोई चीज जिससे इंपोर्ट करने के लिए देश मजबूर है वह भारत में ही कैसे बने। भविष्य में उन्हीं प्रोडक्ट का भारत एक्सपोर्टर कैसे बने इस दिशा में हमें और तेजी से काम करना है। हमें छोटे-छोटे व्यापार करने वाले लोगों से केवल चीज ही नहीं खरीदते पैसे ही नहीं देते उनके परिश्रम को पुरस्कृत करते हैं। मान सम्मान बढ़ाते हैं हमें इस बात का अंदाजा भी नहीं होता कि इससे उनके दिल पर कितना प्रभाव पड़ता है वह कितना गर्व महसूस करते हैं।
इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैन्युफैक्चरिंग में बंगाल की ऐतिहासिक श्रेष्ठता को हमें पुनर्जीवित करना है। हम हमेशा सुनते आए हैं ‘what Bengal thinks today, India thinks tomorrow’. हमें इस से प्रेरणा लेते हुए आगे बढ़ना होगा।