सीएम केजरीवाल बोले कोरोना से मौत को रोकने के लिए हमने तो बड़े कदम उठाए – प्लाजमा थेरेपी, ऑक्सीजन लेवल को बढ़ाए रखना
राजधानी दिल्ली में कोरोनावायरस के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में दिल्ली सरकार ने दो बड़े अहम फैसले किए हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि हमारी सरकार की ओर से खोलना को रोकने के लिए दो कदम उठाए गए हैं। पहला प्लाजमा थेरेपी और दूसरा ऑक्सीजन के लेवल को बनाए रखना।दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि दिल्ली में लगभग 74000 कोरोनावायरस के मामले दर्ज किए जा चुके हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अभी की स्थिति को देखते हुए कहना चाहूंगा कि अभी स्थिति काबू में है। सीएम केजरीवाल ने कहा कि चिंता की बात है लेकिन घबराने की बात नहीं है।
वहीं मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्लाजमा थेरेपी पर कहा कि प्लाज्मा थेरेपी के जरिए कोरोना मरीजों के इलाज में अच्छे रिजल्ट आए हैं। हमने 29 मरीजों पर प्लाज्मा थेरेपी का इस्तेमाल किया था, जो ठीक हो गए हैं। अब हमें 200 मरीजों का इलाज प्लाज्मा थेरेपी से करने की इजाजत मिली है। एलएनजेपी और राजीव गांधी अस्पताल में प्लाज्मा थेरेपी की जा रही है। केजरीवाल ने कहा कि जिन लोगों की हालत ज्यादा खराब है और उन्हें वेटिंलेटर पर रखा गया हो और उनके ऑर्गन काम करना बंद कर दें तो उन पर प्लाज्मा थेरेपी का असर शायद न हो, लेकिन जिन लोगों की हालत थोड़ी सही है, उन पर प्लाज्मा थेरेपी का इस्तेमाल किया जाता है।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आम आदमी का ऑक्सीजन लेवल 95 होना चाहिए। अगर ये 90 से कम हो जाए तो यह खतरा माना जाता है। 85 से कम हो जाए तो बहुत सीरियस हो जाता है। ऑक्सीजन लेवल कम होने पर सांस लेने में दिक्कत होती है। कई मरीजों में देखा गया कि ऑक्सीजन लेवल कम है, लेकिन सिम्टम्स नहीं है।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जिन मरीजों में ऑक्सीजन लेवल कम होने का सिम्टम्स नहीं होता है, उनका ऑक्सीजन लेवल अचानक गिरता है और मौत हो जाती है। होम क्वारनटीन सभी लोगों को ऑक्सीमीटर दे दिया गया है। यह ऑक्सीमीटर आपका सुरक्षा कवच है। हर घंटे या दो घंटे पर ऑक्सीजन लेवल नापते रहे।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अगर आपका ऑक्सीजन लेवल 94 के नीच आ जाए तो आप फोन कर दीजिए। हम आपके घर पर ऑक्सीजन की व्यवस्था करा देंगे या फिर आपको हॉस्पिटल में एडमिट कर लिया जाएगा। ऑक्सीमीटर आपका सुरक्षा कवच है। ऑक्सीजन नापते रहोगे तो ठीक रहोगे।