सौरमंडल में पहुंचा पंडित जसराज का नाम, कुछ यूँ हुआ चमत्कार
महान भारतीय शास्त्रीय गायक पंडित जसराज के नाम पर हमारे सौरमंडल में एक ग्रह को नाम दिया गया है। इंटरनेशनल एस्ट्रोनॉमिकल यूनियन (IAU) ने इस ग्रह का नाम ‘पंडित जसराज’ रखा है। नासा ने इस ग्रह की स्थिति दर्शाता हुआ एक ग्राफिक भी जारी किया है। मंगल और बृहस्पति के बीच में स्थित इस ग्रह को पहले एक नंबर मिला था जिसकी वजह से ही इसका नाम पंडित जसराज रखा गया।
IAU ने यह जानकारी 23 सितंबर 2019 को आधिकारिक तौर पर जारी की थी। साथ ही नासा द्वारा जारी ग्राफिक्स के बारे में बताया। इसमें लिखा है ‘संगीत को समर्पित जीवन’ सच है। और पंडित जसराज के मामले में यह इससे कहीं ज्यादा है।’ यह सम्मान पाने वाले पंडित जसराज भारत के पहले संगीतज्ञ हैं। ऐसे में एक ग्रह का नाम भारतीय संगीतज्ञ के नाम पर रखना भारत के लिए गौरव की बात है।
इसलिए ‘2006 VP32’ बना ‘पंडित जसराज’
गौरतलब है कि ‘पंडित जसराज’ नाम का यह ग्रह मंगल और बृहस्पति के बीच में स्थित है। इस गृह की खोज 11 नवंबर 2006 को की गई थी। तब इसे एक नाम ‘2006 VP32’ और नंबर ‘300128’ दिया गया था। इसी नंबर की वजह से इसका नाम पंडित जसराज रखा गया। दरअसल इस ग्रह को जो नंबर दिया गया था, वह 300128 है। इसे अगर पलटा जाए, तो ये 280130 बन जाता है। यानी 28-01-30, जो पंडित जसराज की जन्म तिथि भी है। बता दें कि ‘पंडित जसराज’ एक माइनर ग्रह है। यह बाकी ग्रहो की तरह ही सूरज की प्रक्रिमा करता है। लेकिन इनका आकार बाकी ग्रहों के मुक़ाबले छोटा होने की वजह से इनकी गुरुत्वाकर्षण शक्ति (Gravity) ज्यादा नहीं होती।