गर्भ में जीवित बच्चे को मृत घोषित करने वाले पीलीभीत के डॉक्टर की आएगी शामत!
- स्वास्थ्य सेवाओं की बड़ी लापरवाही,
- अल्ट्रासाउंड के दौरान प्रैग्नेंट महिला के पेट में पल रहे जीवित बच्चे को बताया मृत,
- अल्ट्रासाउंड करने वाले डॉक्टर ने गर्भपात कराने का दिया दबाव,
- पीड़ित महिला ने तसल्ली के लिए दूसरी जगह कराया अल्ट्रासाउंड, रिपोर्ट में बच्चा निकला पूर्ण स्वस्थ,
- पीड़ित ने डीएम और मुख्यमंत्री पोर्टल पर की शिकायत,
- शिकायत के बाद डीएम ने सीएमओ को दिए जांच के आदेश,
- शहर के नामचीन ओजस्वी डायग्नोस्टिक की डॉ ओजस्वी शर्मा पर लगा बड़ा आरोप
यूपी (UP) के पीलीभीत(Pilibhit) में गर्भवती महिला के गर्भ कें पल रहे बच्चे का अल्ट्रासाउंड कराने पर डाक्टर (Doctor) द्वारा बच्चे को मृत(Dead) घोषित करने का आरोप लगा है। वहीं शहर के ही अन्य डायग्नोस्टिक सेंटर में गर्भवती महिला का अल्ट्रासाउंड कराने पर बच्चा स्वस्थ व जीवित निकला | रिर्पोट आने पर माता पिता ने आरोपी डाक्टर के खिलाफ जिलाधिकारी से शिकायत की जिसके बाद डीएम ने स्वास्थय विभाग को जांच कर आख्या देने के निर्देष दिये है ।
शहर के नामचीन डायग्नोस्टिक सेंटर ओजस्वी (diagnostics Centre Ojaswi) की जांच के बाद महिला गर्भवती को गर्भपात की सलाह देने का आरोप भी जांच सवालों के घेरे में है । फिलहाल डीएम (DM) के निर्देश पर सीएमओ पैनल (CMO Panel) से जांच की जा रही है | जांच रिपोर्ट आने के बाद शहर के नामचीन डायग्नोस्टिक सेंटर (iagnostics Centre Ojaswi) पर कार्रवाई होना तय है । न्यूरिया रहने वाले नदीम अहमद की पत्नी नेहा परवीन (Neha Praveen) गर्भवती है, नेहा अपनी जांच के लिये गुरु नर्सिग होम पीलीभीत के डॉक्टर परमजीत कौर के पास गई थी | डॉ परमजीत ने परामर्श दिया कि ओजस्वी डायग्नोसिस सेंटर से अल्ट्रसाउंड (Ultrasound) कराओ | नेहा ने अपने गर्भ में पल रहे बच्चे की जांच परख के लिये बताये गए लैब पर अल्ट्रासाउंड कराया | अल्ट्रासाउंड की रिपोर्ट मिलने के बाद डॉ ने उसको देखा और बताया कि शिशु 8 माह 3 दिन का है और बच्चा मर चुका है | इसकी सफाई करा लो वरना महिला को नुकसान हो सकता है |
दूसरी रिपोर्ट में साफ साफ आया कि जच्चा बच्चा दोनो ठीक है
इसके बाद पूरे घर मे कोहराम मच गया, लेकिन एक माँ को डॉ की बात पर भरोसा नही हुआ और डॉ मैकूलाल हॉस्पिटल में एक बार से नये शिरे से दूसरे डॉ को दिखाया | जहा फिर से नेहा ने वैभव डायग्नोसिस पर अल्ट्रसाउंड कराया गया जिसकी रिपोर्ट में साफ साफ आया कि जच्चा बच्चा दोनो ठीक है | अब नेहा खुशी के साथ साथ घबरा भी गई | एक बार फिर से दूसरे डॉ को दिखाने का मन बनाया, अब नेहा जिला महिला अस्पातल पहुची जहा नेहा की फिर जांच हुई जिसमें फिर बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ बताया गया और आज गर्भवती महिला अपने बच्चे का इस दुनिया मे आने का इंतजार कर रही है | पूरे मामले से परेशान हो कर महिला के पति ने जिला अधिकारी से शिकायत की,जिस पर जिला अधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग की टीम बना कर जांच करा कर कार्यवाही के आदेश दिए | वही लोगो का कहना है कि डॉ जो कि धरती का भगवान कहे जाते है उन पर से भरोसा उठता जा रहा है |
पीड़ित परिवार डॉ के डर से गायब है
इस पूरी घटना के बाद लोग कह रहे है की डॉ का पेशा एक सेवा का काम था पर अब सिर्फ एक पेशा बन कर रह गया है | फिलहाल पूरा मामला दूध का दूध पानी पानी की तरह साफ है, हालांकि पीड़ित परिवार डॉ के डर से गायब है |