फाइजर ने भारत से मांगी मंजूरी, कहा-12 साल से ऊपर के लोगों पर कारगर है टीका
नई दिल्ली. अमेरिकी फार्मा कंपनी फाइजर (Pfizer) ने दावा किया है कि उसका टीका भारत में फैल रहे कोरोना वायरस वैरिएंट (Coronavirus Variant) के खिलाफ खासा असरदार है. साथ ही कंपनी ने वैक्सीन के भारतीयों पर बेहतर प्रभाव की बात कही है. इस दौरान कंपनी ने वैक्सीन की स्टोरेज को लेकर भी चर्चा की. फाइजर जुलाई से अक्टूबर के बीच भारत को 5 करोड़ डोज देने के लिए तैयार है. फार्मा कंपनी देश में फास्ट ट्रैक अप्रूवल पाने की कोशिश में है.
फाइजर ने कहा, ‘हाल ही में मिले डेटा पॉइंट्स SARS-CoV-2 के वैरिएंट्स के खिलाफ और भारतीयों में BNT612b2 के दो डोज की उच्च प्रभावशीलता की पुष्टि करते हैं.’ तकनीकि रूप से फाइजर की वैक्सीन को BNT612b2 के नाम से जाना जाता है. कंपनी ने कहा है कि हाल ही में पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड की तरफ से कराई गई एक स्टडी में 26 प्रतिशत ‘भारतीय या ब्रिटिश इंडियन थे.’ 22 मई को पूरी हुई स्टडी से पता चला है कि B.1.617.2 वैक्सीन की प्रभावशीलता काफी ज्यादा है.
इंडियन एक्सप्रेस ने सूत्रों के हवाले लिखा, फाइजर ने यह भी कहा है कि वैक्सीन 12 साल और इससे ज्यादा उम्र के लोगों को लगाई जा सकती है और इसे 2-8 डिग्री सेल्सियस में एक महीने तक रखा जा सकता है. साथ ही फाइजर ने कहा है कि कतर के राष्ट्रीय स्तर पर किए इम्युनाइजेशन प्रोग्राम से B.1.1.7 वैरिएंट के खिलाफ वैक्सीन की 89 प्रतिशत की उच्च प्रभावशीलता का पता चला है. यह वैरिएंट पहले ब्रिटेन में मिला था. जबकि, दक्षिण अफ्रीका में मिले B.1.351 वैरिएंट के खिलाफ टीका 75 फीसदी प्रभावी रहा. कंपनी ने कहा कि इस स्टडी में 24 प्रतिशत लोग भारतीय थे.
फाइजर के साथ संपर्क में है भारत
फाइजर और भारत सरकार के बीच बातचीत जारी है. वैक्सीन निर्माता कंपनी ने भारत में क्षतिपूर्ति के साथ कुछ अन्य छूट की मांग की है. इस सप्ताह हुई बैठक में कंपनी ने एफिकेसी ट्रायल्स के संबंध में ताजा डेटा पॉइंट्स और अन्य देशों और WHO की अनुमति से जुड़ी जानकारियों साझा की. कुछ दिनों पहले ही नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल ने जानकारी दी थी कि सरकार लगातार विदेशी वैक्सीन निर्मातों के संपर्क में है.