सुप्रीम कोर्ट में याचिका- Covaxin की डोज लेने वालों को मिले Covishield लगवाने की परमिशन
नई दिल्ली. सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में याचिका दाखिल कर मांग की गई है कि जिन लोगों को कोवैक्सीन (Covaxin) टीका लगाया जा चुका है उन्हें कोविशील्ड (Covishield) लगवाने की इजाजत दी जाए. सुप्रीम कोर्ट इस याचिका पर सुनवाई दीवाली के बाद करेगा. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यह कैसी याचिका है. हम इस तरह लोगों के जीवन से खिलवाड़ नहीं कर सकते हैं. जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ (DY Chandrachud) ने कहा, ‘खबरों से यह पता चला कि विश्व स्वास्थ्य संगठन में भारत बायोटेक ने प्रतिनिधित्व किया है. इस पर जल्द फैसला होगा. WHO के फैसले का इंतजार करना चाहिए.’ सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि ऐसी याचिकाओं पर दखल देना जोखिम भरा हुआ है. बेहतर है कि परिस्थितियों को देखा जाए कि क्या हो रहा है.
बता दें देश में अब तक 1 अरब 4 करोड़ 86 लाख 82 हजार 689 खुराक दी जा चुकी हैं. कोविन पोर्टल से मिली जानकारी के अनुसार इसमें से 72 करोड़ 80 लाख 82 हजार 38 पहली खुराक दी गई है जबकि 32 करोड़ 6 लाख 561 दूसरी खुराक दी गई है. देश में अब तक 78 करोड़ 88 लाख 83 हजार 537 लोगों ने वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है जिसमें से 18-44 की उम्र वाले 47 करोड़ 91 लाख 57 हजार 935 लोग और 45+ के 30 करोड़ 97 25 हजार 602 लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया है.
खराब प्रदर्शन वाले जिलों में हर घर दस्तक योजना
उधर, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने बुधवार को कहा कि खराब प्रदर्शन वाले जिलों में घर-घर जाकर कोविड-19 टीकाकरण के लिए अगले महीने के दौरान ‘हर घर दस्तक’ अभियान शुरू किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य लोगों को घातक वायरस से बचाव के लिए पूर्ण टीकाकरण के लिए प्रेरित करना है. स्वास्थ्य मंत्रालय के एक बयान के अनुसार, विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ एक राष्ट्रीय समीक्षा बैठक के दौरान मांडविया ने कहा, ‘कोई भी जिला ऐसा नहीं रहना चाहिए जहां पूर्ण टीकाकरण नहीं हो.’
उन्होंने कहा, ‘हर घर दस्तक अभियान जल्द ही खराब प्रदर्शन करने वाले जिलों में लोगों को पूर्ण टीकाकरण के लिए उत्साहित करने और प्रेरित करने के लिए शुरू होगा. आइए, हम सभी पात्र लोगों को नवंबर 2021 के अंत तक कोविड-रोधी टीके की पहली खुराक देने का लक्ष्य रखें.’ मांडविया ने राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों को धनवंतरी जयंती के अवसर पर दो नवंबर को अभियान शुरू करने का सुझाव दिया. ऐसे लगभग 48 जिलों की पहचान की गई है जहां पात्र लाभार्थियों में से 50 फीसदी से भी कम लोगों ने पहली खुराक ली है.
WHO में भारत बायोटेक ने किया है आवेदन
कोवैक्सीन का निर्माण करने वाली कंपनी ‘भारत बायोटेक’ ने इस टीके के लिए 19 अप्रैल को विश्व स्वास्थ्य संगठन को ईओआई (एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट) सौंपा था. बताया गया था कि, डब्ल्यूएचओ दस्तावेजों को पूरा करने के लिए भारत बायोटेक के साथ मिलकर काम कर रहा है. हमारा लक्ष्य आपात इस्तेमाल के लिए स्वीकृत टीकों का एक व्यापक पोर्टफोलिया रखना और सब जगहों की आबादी तक इसकी पहुंच का विस्तार करना है.
हाल में भारत बायोटेक ने कहा था कि उसने आपात इस्तेमाल के उद्देश्य से सूचीबद्ध करने के लिए डब्ल्यूएचओ को कोवैक्सीन से जुड़े सभी आंकड़े दे दिए और वह वैश्विक स्वास्थ्य निगरानी संस्थान से जवाब का इंतजार कर रहा है.