सीबीआई जांच की मांग को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट में दाखिल हुई याचिका
प्रयागराज. यूपी के लखीमपुर में हुई हिंसा का मामला अब इलाहाबाद हाईकोर्ट (Allahabad High Court) भी पहुंच गया है. मामले की सीबीआई (CBI) या न्यायिक जांच की मांग को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट में एक पत्र याचिका दाखिल की गई है. स्वदेश एनजीओ और प्रयागराज लीगल एड क्लीनिक की तरफ से एक्टिंग चीफ जस्टिस को भेजी गई लेटर पिटीशन में पूरे मामले की सीबीआई या न्यायिक जांच कराए जाने के आदेश दिए जाने की मांग की गई है. साथ ही अपील की गई है कि सीबीआई जांच होने की सूरत में हाईकोर्ट द्वारा मॉनिटरिंग किया जाए. इसके साथ ही दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाई किए जाने की मांग की भी गई है.
पत्र याचिका में कहा गया है कि लखीमपुर से लेकर लखनऊ तक बैठे बड़े पुलिस अफसरों की भूमिका व लापरवाही की भी जांच की जानी चाहिए। संस्थाओं की तरफ से एडवोकेट गौरव द्विवेदी ने यह पत्र याचिका दाखिल की है. उधर इस मामले पर लखीमपुर से लेकर लखनऊ की सड़कों तक सियासी घमासान जारी है. धारा 144 और कानून व्यवस्था का हवाला देते हुए जहां एक ओर जिला प्रशासन ने नेताओं को घरों में रहने की अपील की है तो वहीं सियासी पार्टियां इसे लोकतंत्र की हत्या करार देते हुए लखीमपुर खीरी जाने की जिद पर अड़े हैं.
बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र
यूपी से बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर पूरे मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की है. बीजेपी सांसद वरुण गाधी ने सीएम योगी को लिखे पत्र में कहा है कि लखीमपुर खीरी में विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों को निर्दयतापूर्वक कुचलने की जो हृदय विदारक घटना हुई है, उससे सारे देश के नागरिकों में एक पीड़ा और रोष है. इस घटना से एक दिन पहले ही देश ने अंहिसा के पुजारी महात्मा गांधी जी की जयंती मनाई थी. अगले ही दिन लखीमपुर खीरी में हमारे अन्नदाताओं की जिस घटनाक्रम में हत्या की गई वह किसी भी सभ्य समाज में अक्षम्य हैं. आन्दोलनकारी किसान भाई हमारे अपने नागरिक हैं. यदि कुछ मुद्दों को लेकर किसान भाई पीड़ित हैं और अपने लोकतांत्रिक अधिकारों के तहत विरोध प्रर्दशन कर रहें हैं तो हमें उनके साथ बड़े ही संयम एवं धैर्य के साथ बर्ताव करना चाहिए.