एक माह की बछिया की हो रही है पूजा, हिंदुस्तान में कुछ भी हो सकता है!!
फिरोज़ाबाद के एक गांव मे गाय ने एक बछिया को जन्म दिया 1 माह की बछिया के स्तन में दूध आया। जिसके बाद ग्रामीणों ने अब उस बछिया को देवी मानकर पूजा पाठ शुरू कर दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि इस बछिया के दूध तथा पेशाब पीने से उनकी बीमारियां दूर हो रही है। पशु चिकित्सक का कहना है कि इस बछिया में हारमोंस की गड़बड़ी है जिसके कारण ऐसा ही रह है और यह कोई चमत्कार नहीं है ।
लेकिन सवाल है कि क्या 1 माह के गाय की बछिया भी दूध दे सकती है, क्या एक गाय की 1 माह की बछिया की चंद दूध की बूंदे और उसका पिशाब रोगों को दूर कर सकता है? वैज्ञानिक युग में तो यह सच नहीं है लेकिन फिरोजाबाद के एक गांव के निवासियो की मानें तो ऐसा हो रहा है ग्रामीणों का कहना है कि 1 माह की बछिया के स्तन से चंद बूंदे दूध निकलने पर उसे पीने से और इस बछिया के मूत्र को पीने से उनकी बीमारियां दूर हो रही है। ग्रामीण इसे देवी का चमत्कार मान रहे हैं तथा गाय और उसकी बछिया की पूजा-अर्चना शुरू कर दी है हालात इस तरह से हैं कि सैकड़ों की संख्या में मौजूद महिलाएं ढोलक की थाप पर नृत्य कर रही है और बछिया के आगे अगरबत्ती जलाई जा रही है ।
वही जो हमने इस पर वैज्ञानिक तथ्य जानने के लिए पशु चिकित्सा अधिकारी से जानना चाहा तो उनका कहना है यह बिल्कुल असत्य है। 1 माह की बछिया के दूध आ ही नहीं सकता है दरअसल यह हारमोंस के डिसबैलेंस के कारण कभी-कभी हो जाता है और वो दूध ही नही है और इसके पिशाब से कोई बीमारी ठीक नहीं हो सकती।