आज़म जेल भेजे गए तो पीड़ितों ने मिठाई खाकर मनाया जश्न, आज़म ने बुलडोजर से गिरवाए थे घर
एडीजे 6 की अदालत से आज़म को पत्नी बेटी सहित जेल भेजने का फरमान सुनाया तो रामपुर में आज़म खान पर मुकदमे दर्ज करवाने वालो में जश्न का माहौल हो गया। यतीमखाने में 93 साल की बुजुर्ग शहज़ादी बेग़म के घर पर सबने एक दूसरे का मुँह मीठा कराया और एक दूसरे को मुबारकबाद दी। ये यतीमखाना के लोगो ने भी आज़म खान पर दर्जन भर मुकदमे दर्ज करवाये थे इनका कहना है की सपा सरकार में इन लोगो के मकान भी तोड़े गए थे।
फैज़ल लाला ने कहा कि सपा सरकार में आज़म खान ने कहा था ऊपर के फैसले ऊपर वाला करता है और ज़मीन के फ़ैसले हम करते हैं, लेकिन आज आज़म खान को अल्लाह ने एहसास करा दिया कि ऊपर के फैसले भी अल्लाह करता है और ज़मीन के फैसले भी उसी के ज़ेरे असर होते हैं। वहां के लोगो का कहना है कि सपा सरकार में आज़म खान ने अपने राजनैतिक मुख़ालिफ़ों को झूठे मुक़दमें लगाकर जेल में डलवाया था और सैकड़ों गरीबों की जगहों पर नाजायज़ कब्ज़ा करके अपना साम्राज्य खड़ा किया था। फैसल लाला ने कहा कि यह अल्लाह का इंसाफ है अल्लाह ने रामपुर के गरीबों मज़लूमों को न सिर्फ इंसाफ दिया है बल्कि हर उस ज़ालिम को एहसास करा दिया है जो सत्ता के नशे में चूर होकर ज़मीन पर कमज़ोरों पर ज़ुल्म ढा रहा है।
पीड़ित शहज़ादी बेग़म ने कहा कि आज भी मुझे वह मंज़र याद है जब हमें और हमारे बच्चों को आज़म खान ने रात को 3 बजे पुलिस से पिटवाया था और हमे हमारे घर से निकलवाया था। बाद में हमारे घर पर बुलडोज़र चलवाकर पूरे घर को मलवे में तब्दील कर दिया था और हमारी जगह पर कब्ज़ा कर लिया था, आज हम बहुत खुश हैं जैसा उन्होंने हमारे बच्चों के साथ किया था वैसा ही अल्लाह ने आज उनके साथ किया है, अब बस हमें अपनी जगह मिलने का इंतेज़ार है।