अयोध्या की रामलीला में होंगे श्री राम की मोहक मूर्ती के दर्शन, जोरो पर है तैयारियां
अयोध्या : रामलीला के मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम की अनूठी मूर्ति के अब दर्शन भी शुरू होने लगे है । भगवान राम की इस मूर्ति को उनकी चरण रज से तैयार किया गया है। दुनिया में जहां जहाँ भगवान राम के चरण पड़े है वहां से रामलीला कमेटी ने मूर्ति के लिए मिट्टी इकट्ठा की है।
रामलीला कमेटी के मुख्य संरक्षक सांसद प्रवेश साहिब सिंह वर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संरक्षण में यूपी सरकार के विशेष सहयोग से हो रही है। अयोध्या की राम लीला अभूतपूर्व और ऐतिहासिक होगी। दुनिया भर से इकट़ठा की गई भगवान राम के चरण रज से मूर्तिकार नरेश कुमावत ने भव्य मूर्ति को आकार दिया है। मूर्ति को रंगो से सजाया जा रहा है। राम लीला के दौरान पूरे आठ दिन भगवान की इस दिव्य मूर्ति के दर्शन भी होंगे। रामलीला के समापन के दिन मूर्ति को सरयू नदी में विसर्जित किया जाएगा।
रामलीला कमेटी के अध्यक्ष सुभाष मलिक ने बताया कि मुंबई से रामलीला का सेट लगाने के लिए हरी भाई की अगुआई में कलाकारों का दल अयोध्या पहुंच चुका है। राम लीला के मंच को इस तरह का आकार दिया जा रहा है कि अयोध्या के राजमहल से लेकर सरयू, चित्रकूट और श्रृगवेरपुर धाम समेत राम कथा से जुड़े तमाम पवित्र स्थलों के दर्शन हो सकेंगे। देश और दुनिया भर में अयोध्या के सांस्कृतिक गौरव की झलक पेश करने के लिए योगी सरकार के निर्देश पर अयोध्या की रामलीला को 14 भाषाओं में प्रस्तुत किया जाएगा। “मेरी मां फाउंडेशन” नई दिल्ली द्वारा अयोध्या शोध संस्थान संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश व जिला प्रशासन के सहयोग से आयोजित रामलीला को इंटरनेट, यू ट्यूब , सोशल मीडिया के माध्यम से प्रसारित की जाने वाली है इस राम लीला को हर भाषा, धर्म,देश और समाज के लोग देख और समझ सकेंगे। शारदीय नवरात्रि के साथ ही 17 अक्टूबर से अयोध्या में रामलीला का मंचन शुरू हो जाएगा।