अब क्या करेगा पाकिस्तान ? UN की मीटिंग में भारत के साथ हुए सभी देश.. कहा – ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति..’

नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद पूरा अंतरराष्ट्रीय समुदाय भारत के साथ एकजुट नजर आया। अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, फ्रांस, इटली, इस्राइल समेत कई शक्तिशाली देशों ने इस कायराना हरकत की निंदा करते हुए आतंकवाद के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति की वकालत की है। भारत ने संयुक्त राष्ट्र में इस समर्थन का आभार व्यक्त करते हुए इसे वैश्विक आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक मोड़ बताया।

पहलगाम हमला: 26/11 के बाद सबसे बड़ा आतंकी हमला

संयुक्त राष्ट्र में भारत की उप-स्थायी प्रतिनिधि योजना पटेल ने कहा कि पहलगाम आतंकी हमला 26/11 के मुंबई हमले के बाद आम नागरिकों पर हुआ सबसे बड़ा आतंकी हमला है। उन्होंने बताया कि भारत दशकों से सीमापार आतंकवाद का शिकार रहा है और हम भली-भांति जानते हैं कि ऐसे हमलों का पीड़ितों, उनके परिवारों और पूरे समाज पर क्या असर होता है।

वैश्विक नेताओं की एकजुटता: आतंकवाद के खिलाफ स्पष्ट संदेश

पहलगाम हमले के बाद अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, उपराष्ट्रपति जेडी वेंस, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर, इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने हमले की कड़ी निंदा की और भारत के साथ एकजुटता जाहिर की।

संयुक्त राष्ट्र में भारत ने जताया आभार

संयुक्त राष्ट्र के आतंकवाद रोधी कार्यालय में आयोजित ‘विक्टिम ऑफ टेररिज्म एसोसिएशन नेटवर्क’ कार्यक्रम में योजना पटेल ने कहा, “हम वैश्विक समुदाय की उस एकजुटता की सराहना करते हैं जो उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले के बाद दिखाई। यह आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एकता और समर्पण का प्रतीक है।”

सुरक्षा परिषद की सख्त चेतावनी

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने भी बीते सप्ताह एक बयान जारी कर पहलगाम आतंकी हमले की निंदा की थी। बयान में हमले के जिम्मेदार लोगों को न्याय के कटघरे में लाने और उनकी जवाबदेही तय करने की बात कही गई। साथ ही, सभी सदस्य देशों से आतंकवाद के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय कानूनों और सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों के तहत सहयोग करने की अपील की गई।

भारत की अपील: आतंक के खिलाफ साझा लड़ाई

भारत ने संयुक्त राष्ट्र से कहा कि इस प्रकार की वैश्विक एकजुटता से आतंकियों को स्पष्ट संदेश जाता है कि अब उनके लिए दुनिया में कोई जगह नहीं बची है। योजना पटेल ने कहा कि भारत आतंकवाद के खिलाफ बिना किसी भेदभाव के साझा कार्रवाई में विश्वास करता है और यह लड़ाई केवल भारत की नहीं, बल्कि पूरे मानवता की लड़ाई है।

आतंक के प्रति सहिष्णुता समाप्त

पहलगाम हमले के बाद जिस तरह से दुनिया ने भारत के साथ खड़े होकर आतंकवाद के खिलाफ आवाज उठाई, वह इस बात का प्रमाण है कि वैश्विक मंच पर अब आतंक के प्रति सहिष्णुता समाप्त हो रही है। भारत ने इस समर्थन का स्वागत करते हुए आतंक के खिलाफ कड़ी और संयुक्त रणनीति की जरूरत पर बल दिया है।

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