पेगासस जासूसी कांड: केन्द्र सरकार पर हमलावर हुई कांग्रेस, 22 जुलाई को किया जायेगा राजभवन का घेराव
जयपुर. पेगासस जासूसी मामले (Pegasus Spyware Scandal) को लेकर हंगामा जारी है. कांग्रेस (Congress) इस मुद्दे को लेकर देशभर में केन्द्र सरकार को घेरने की तैयारी कर रही है. देश के सभी राज्यों में 22 जुलाई को कांग्रेस इस मामले पर राजभवनों का घेराव करेगी. राजस्थान पीसीसी चीफ गोविन्द सिंह डोटासरा ने प्रेसवार्ता कर कहा कि राजस्थान में भी राजभवन का घेराव होगा. डोटासरा ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार (Modi government) ने लोकतंत्र के चारों स्तम्भों पर हमला किया है. ना केवल विपक्षी पार्टियों के नेताओं की बल्कि अपनी पार्टी के नेताओं की भी जासूसी करवाई है. डोटासरा ने इसे निजता के हनन के साथ ही राष्ट्रद्रोह और संविधान की शपथ का उल्लंघन बताया है.
डोटासरा ने आरोपों की झड़ी लगाते हुये कहा कि सत्ता में बैठे लोग किसी को भी नहीं बख्श रहे हैं. राहुल गांधी, वसुंधराराजे के निजी सचिव और स्मृति ईरानी तक पर निगरानी रखी गई. उन्होंने कहा कि यह बहुत संवेदनशील विषय है और देश की सुरक्षा खतरे में है. डोटासरा ने कहा कि देश के लोगों को असुरक्षा महसूस हो रही है. डोटासरा ने कहा कि मंत्रियों को हटाने के पीछे का सच भी सामने आना चाहिए. ऐसा लगता है कि जासूसी के आधार पर ये फैसले लिए गए हैं. उन्होंने कहा कि वसुंधराराजे के भी फोन हैकिंग करवाने से यह जाहिर हो रहा है कि पार्टी ने उन्हें दूध में से मक्खी की तरह निकालकर फेंक दिया है. डोटासरा ने कहा कि जासूसी मामले से बीजेपी का चाल, चरित्र और चेहरा सामने आ गया है. केन्द्र सरकार को इस पर जवाब देना होगा.
पीसीसी चीफ गोविन्द सिंह डोटासरा ने प्रदेश प्रभारी अजय माकन के रिट्वीट मामले पर कहा है कि माकन ही बेहतर बता सकते हैं कि उनका संदर्भ क्या था. डोटासरा ने कहा कि राजस्थान में पार्टी में कोई पेंच नहीं है और पूरी पार्टी सोनिया गांधी और राहुल गांधी के नेतृत्व में एकजुट है. राजनीतिक नियुक्तियों पर उन्होंने कहा कि यह एक सतत प्रक्रिया है जो जारी है. जो भी कर्मठ कार्यकर्ता हैं उन्हें जल्द भागीदारी मिलेगी. डोटासरा ने कहा कि माकन नाराज नहीं है और ना ही असंतुष्ट हैं. उन्होंने कहा कि वे आते हैं तो पार्टी मजबूत होती है. माकन के आने के बाद सत्ता और संगठन में जो तालमेल राजस्थान में हुआ वह एक मिसाल है.