विधान परिषद की आठ सीटों के लिए शांतिपूर्ण मतदान, 102 प्रत्याशियों की किस्मत मतपेटी में बंद
पटना। बिहार विधान परिषद की आठ सीटों के लिए कड़ी सुरक्षा के बीच गुरुवार को वोट डाले गये। स्नातक निर्वाचन क्षेत्र की चार सीटों पर 59 और शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र की चार सीटों पर 43 प्रत्याशी मैदान में हैं। शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र में लगभग 72.50 प्रतिशत और स्नातक क्षेत्र में 48.5 प्रतिशत वोट पड़े। स्नातक निर्वाचन क्षेत्र में सबसे अधिक कोसी में तो सबसे कम वोटिंग तिरहुत में हुई। वहीं, शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र में सबसे अधिक मतदान सारण तो सबसे कम पटना में हुआ। चुनाव आयोग के अनुसार, विधान परिषद के स्नातक निर्वाचन क्षेत्रों में शाम पांच बजे तक पटना में 44.53 फीसदी, तिरहुत में 43.91 फीसदी, दरभंगा में 47.28 फीसदी, कोसी में 58.52 फीसदी मतदान होने की सूचना है। वहीं बिहार विधान परिषद के शिक्षक निर्वाचन क्षेत्रों में शाम पांच बजे तक पटना 55.30 फीसदी, सारण में 85 फीसदी, तिरहुत में 79.77 फीसदी और दरभंगा में 70.03 फीसदी मतदान हुए।
स्नातक निर्वाचन क्षेत्र की चार सीटों पर 59 प्रत्याशी मैदान में हैं। इनमें स्नातक निर्वाचन क्षेत्र की चार सीटों के लिए जदयू और कांग्रेस के 3-3, राजद के चार, भाजपा, राकांपा और माकपा के 1-1 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। वहीं, निर्दलीय सहित 45 निर्दलीय प्रत्याशी भी चुनाव में खड़े हैं। इनमें 58 पुरुष और एक महिला प्रत्याशी हैं। शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र की चार सीटों पर 43 उम्मीदरों ने चुनाव लड़ा। इनमें भाजपा ने 4 तो भाकपा ने 3 प्रत्याशी चुनाव में उतारे हैं। कांग्रेस, राजद और माकपा ने एक-एक और एक अन्य निबंधित पार्टी से प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं। इस क्षेत्र के लिए 32 निर्दलीय प्रत्याशी भी चुनाव मैदान में हैं। इन में 40 पुरुष और 3 महिला हैं।
मतदान के दौरान किया गया कोविड-19 प्रोटोकॉल का हुआ पालन
मतदाताओं ने उत्सवी माहौल में अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर लोकतंत्र का महापर्व मनाया। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी बिहार एचआर श्रीनिवासन ने पटना नगर निगम के नूतन राजधानी अंचल के मतदान केंद्र संख्या 34 पर मतदान किया। उन्होंने कहा कि मतदान की प्रक्रिया स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण संपन्न हुआ। कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन कराया गया। इस क्रम में बुथों पर सामाजिक दूरी कायम रखने के लिए मतदातागण पंक्तिबद्ध होकर निर्मित गोले में खड़े हुए। साथ ही प्रवेश द्वार पर ही थर्मल स्क्रीनिंग, हैंड सैनिटाइजेशन, मास्क और ग्लब्स का उपयोगा कराया गया।