परेश रावल ने एनएसडी के देशव्यापी विस्तार पर देते जोर
मशहूर अभिनेता एवं राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (एनएसडी) के अध्यक्ष परेश रावल ने एनएसडी के देशव्यापी विस्तार पर जोर देेते हुए शनिवार को कहा कि इससे हर क्षेत्र के कलाकारों को प्रतिभाओं को निखारने का अवसर प्राप्त होगा। रावल ने यहां संवाददाताओं से कहा कि वह चाहते हैं कि एनएसडी के केन्द्र जम्मू-कश्मीर से लेकर केरल तक होने चाहिए जिससे देश हर कोने-कोने के रंगकर्मी को अपनी प्रतिभा संवारने-निखारने का अवसर मिल सके। वह इस कार्य काे उच्च प्राथमिकता के आधार पर ले रहे हैं और आशा है कि यह कार्य जल्द ही मूर्त रूप लेता हुआ दिखाई देगा। मुम्बई में इसके केन्द्र की जरूरत पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि फिल्म सिटी होने के अलावा वहां विभिन्न भाषाओं के नाटक केन्द्र हैं जहां की प्रतिभाओं को बेहतर अवसर देने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि वह एनएसडी को राष्ट्रीय महत्व का संस्थान का दर्जा दिलाने के लिए जोरदार प्रयास कर रहे हैं। इसके साथ ही एनएसडी में मूलभूत सुविधाओं को बढ़ाने के साथ-साथ उच्च प्रशिक्षित शिक्षकों की भर्ती, थिएटर के दिग्गजों की ओर से कार्यशालाएं आयोजित किये जाने के अलावा नये पाठ्यक्रमाें और नये केन्द्र एनएसडी की प्राथमिकता हैं। गौरतलब है कि वर्तमान में एनएसडी के वाराणसी, बेंगलुरु, अगरतला, और गंगटोक में क्षेत्रीय केन्द्र हैं।
मशहूर अभिनेता ने कहा कि आजादी के 75 वर्ष पूरे होने के मौके पर एनएसडी देश के विभिन्न प्रख्यात रंगमंच निदेशकों के साथ मिलकर स्वतंत्रता एवं स्वतंत्रता सेनानियों के जीवन पर 75 नाटकों का निर्माण करने की योजना बना रहा है। इस प्रयास के सिलसिले में संस्कृति मंत्रालय के साथ विचार-विमर्श किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि एनएसडी ने अपने आर्काइव को डिजिटलाइज करने की भी योजना बनायी है। वर्तमान में हजारों इनहाउस प्रोडक्शन्स और नाटक पुराने प्रारूप में संग्रहीत हैं,एनएसडी इसे डिजिटल रूप से परिवर्तित करने की तैयारी कर रहा है।