द्रमुक से मिली हार के बाद पलानीस्वामी का मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा
चेन्नई द्रमुक से विधानसभा चुनाव में सत्तारुढ़ अन्नाद्रमुक को मिली हार के बाद तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ई के पलानीस्वामी ने सोमवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
सूत्रों के मुताबिक पलानीस्वामी ने अपना इस्तीफा अधिकारियों के जरिये राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित तक पहुंचाया।
सोलहवें विधानसभा की 234 सीटों पर हुए चुनाव में शानदार प्रदर्शन करते हुए द्रमुक ने 10 वर्षाें के अंतराल के बाद सत्ता में वापसी की है तथा द्रमुक प्रमुख एम के स्टालिन पहली बार मुख्यमंत्री की ताजपोशी के लिए तैयार हैं।
स्टालिन ने द्रमुक नीत मोर्चे को एक शानदार जीत के लिए प्रेरित किया जो 159 सीटों पर विजयी हुई है। द्रमुक ने अपने दम पर 133 सीटें जीतीं और साधारण बहुमत हासिल कर ली जबकि इसके सहयोगी कांग्रेस और वीसीके ने क्रमश: 18 और चार सीटें जीतीं तथा अन्य सहयोगी भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी एवं मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी को दो-दो सीटें मिलीं।
अन्नाद्रमुक नीत मोर्चा को 75 सीटें हासिल हो पायीं। इनमें अन्नाद्रमुक के खाते में 66, पीएमके के पास पांच और भारतीय जनता पार्टी को चार सीटें मिलीं।
बाद में पलानीस्वामी, जो अन्नाद्रमुक के संयुक्त समन्वयक हैं, और पार्टी के समन्वयक ओ पन्नीरसेल्वम ने चुनावों में मतदाताओं को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद दिया। दोनों नेताओं ने संयुक्त वक्तव्य में कहा कि अन्नाद्रमुक एक जिम्मेदार विपक्ष के रूप में काम करता रहेगा।