भारत की मदद के नाम पर पाकिस्तानी NGO’s ने करोड़ों रुपये जुटाए, जाने पूरा मामला
वॉशिंगटन. कोरोना वायरस संक्रमण (Coronavirus In India) के दौरान पाकिस्तानी संगठनों (Pakistan) ने भारत की मदद करने के नाम पर लाखों करोड़ों जुटाए और अब इन पैसों को आतंक फैलाने के कामों में लगा जा सकता है. यह दावा एक रिपोर्ट में किया गया है.
रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान के गैर सरकारी चैरिटी ऑर्गनाइजेशन्स ने कोरोना संकट के दौरान भारत की मदद करने के नाम पर करोड़ों रुपये जुटाए. इन संगठनों ने हेल्प इंडिया ब्रीद नाम का अभियान चलाया. इसमें दावा किया गया कि वह भारत को ऑक्सीजन, वेंटिलेटर और वैक्सीन समेत अन्य मेडिकल फैसेलटीज में मदद करेंगे. इसके लिए उन्होंने आर्थिक सहयोग देने की अपील की. भारत सरीखे मुल्क की साख को ध्यान में रखते हुए लोगों ने इसके लिए खूब पैसा दिया.
अब दिस इंफो लैब की रिपोर्ट में इसे सबसे बड़ा घोटाला बताते हुए कहा गया कि इन संगठनों के पाकिस्तानी सेना से अच्छे रिश्ते हैं और ये उसकी शह पर ही चलते है. ऐसे में माना जा रहा है कि मदद के नाम पर जुटाई गई रकम का इस्तेमाल भारत में आतंकी गतिविधियों के लिए हो सकता है.
1.8 करोड़ डॉलर जुटाने का था लक्ष्य
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पैसा जुटाने वाले संगठनों में इमाना यानी इस्लामिक मेडिकल एसोसिएशन ऑफ नॉर्थ अमेरिका भी शामिल है. 27 अप्रैल 2021 को इमाना ने सोशल मीडिया साइट इंस्टाग्राम पर #Helpindiabreathe कैंपेने शुरू किया. इसमें शुरुआती दौर में 1.8 करोड़ डॉलर इकट्ठा करने का लक्ष्य रखा गया था. हालांकि संगठन ने ना ही यह बताया कि इस कैंपेन से कितना मिला तो और ना ही इस बात की जानकारी दी कि कौन सी रकम कहां खर्च की. रिपोर्ट में इस पूरी घटना को इतिहास का सबसे बड़ा घोटाला करार देते हुए कहा गया कि 1967 में स्थापित इमाना का कहीं कोई दफ्तर या ब्रांड नहीं है. ऐसे में इसे चंदा जुटाने से रोका नहीं जा सकता है.
गौरतलब है कि इस साल अप्रैल-मई में कोरोना की दूसरी घातक लहर के दौरान कई जरूरी मेडिकल सप्लाई की किल्लत हो गई थी जिसमें ऑक्सीजन, वेंटिलेटर शामिल है. ऐसे में दुनिया के तमाम देश भारत की मदद को आगे आए थे. उस वक्त पाकिस्तान के भी कई सेलिब्रेटीज ने सोशल मीडिया पर भारत की मदद के लिए आगे आने को कहा था.