पाकिस्तान की माली हालत और खस्ता:
सेंट्रल बैंक ऑफ पाकिस्तान के विदेशी मुद्रा भंडार में 12.3 करोड़ डॉलर की गिरावट, 2002 करोड़ डॉलर हुई कुल रकम
पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति लंबे समय से खराब है। अब स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान (SBP) के घटते विदेशी मुद्रा भंडार ने हालात चिंताजनक बना दिए हैं।
पाकिस्तान के सेंट्रल बैंक के विदेशी मुद्रा भंडार में साप्ताहिक आधार पर 0.61% की गिरावट आई है। द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, 3 सितंबर को SBP के पास विदेशी मुद्रा भंडार 2,002.26 करोड़ अमेरिकी डॉलर था, जो कि 27 अगस्त को 2014.5 करोड़ अमेरिकी डॉलर की तुलना में 12.3 करोड़ USD कम है। केंद्रीय बैंक का कहना है कि बाहरी लोन चुकाने के कारण यह कमी आई है।
रिपोर्ट के अनुसार, SBP के अलावा दूसरे बैंकों द्वारा रखे गए नेट रिजर्व को मिलाकर पाकिस्तान के पास लिक्विड फॉरेन करेंसी 2710.26 करोड़ अमेरिकी डॉलर है। बैंकों के पास कुल 708 करोड़ डॉलर का नेट रिजर्व है।
पाकिस्तान को IMF से 275.18 करोड़ डॉलर की सहायता मिली
इससे पहले 27 अगस्त को, पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक के पास विदेशी मुद्रा भंडार बढ़कर 2010 करोड़ अमेरिकी डॉलर हो गया था, उस समय देश को 24 अगस्त को अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) से 275.18 करोड़ अमेरिकी डॉलर की सहायता मिली थी।
पाकिस्तान ने 250 करोड़ डॉलर का कर्ज लिया
पाकिस्तान ने यूरोबॉन्ड के जरिए 250 करोड़ अमेरिकी डॉलर का कर्ज लिया है, जिसके लिए उसने लोन देने वालों को अच्छी ब्याज दर की पेशकश की है। पाकिस्तान को 9 जुलाई, 2019 को IMF से 99.14 करोड़ डॉलर का पहला लोन मिला, जिससे भंडार को बढ़ाने में मदद मिली। इसके बाद दिसंबर 2019 में IMF ने करीब 45.40 करोड़ डॉलर के लोन की दूसरी किश्त जारी की।
SBP ने 100 करोड़ डॉलर से अधिक का विदेशी कर्ज चुकाया
चीन से 250 करोड़ अमेरिकी डॉलर की मदद से भी पाकिस्तान के भंडार में कुछ उछाल आया। वहीं, 2020 में SBP ने 100 करोड़ अमेरिकी डॉलर से अधिक का विदेशी कर्ज चुकाया। बैंक का कहना है कि बड़ी मात्रा में कर्ज चुकाने की वजह से उसके विदेशी मुद्रा भंडार में कमी आई है।