आज यूएनएचआरसी में आएगा पाकिस्तान का 115 पन्नों का झूठ
आर्टिकल 370 कमज़ोर होने के बाद से कश्मीर मसले को कई बार अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर लाकर, देशो से मसले पर कार्यवाई करने, अफवाहे फ़ैलाने से लेकर भारत में आतंकी घुसाने तक हर कोशिश अपनाने के बाद भी पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज़ आने को तैयार नहीं है। एक बार फिर पाकिस्तान इस मुद्दे पर अंतर्राष्ट्रीय संस्थानों के सामने गिड़गिड़ा रहा है।
पाकिस्तान मंगलवार को कश्मीर मसले(Kashmir Issue) को लेकर संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) के सामने 115 पन्नों का डोजियर जमा करने जा रहा है। डॉज़ियर के नाम पर पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ 115 पेज का झूठ का पुलिंदा तैयार किया है जिसे वो UNHRC के सामने पेश करेगा। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी(Shah Mehmood Qureshi) संयुक्त राष्ट्र की मानवाधिकार परिषद के 42वें अधिवेशन में शामिल होने के लिए जेनेवा पहुंच गए हैं। स्विट्जरलैंड के जिनेवा में स्थित इस सेशन में कुरैशी कश्मीर मुद्दे को उठाएंगे और डोजियर पेश करेंगे। इस दौरान पाकिस्तान यूएनएचआरसी में कश्मीर के मुद्दे पर बहस या प्रस्ताव की मांग कर सकता है। जानकारी के अनुसार पाकिस्तान कश्मीर में कथित तौर पर मानवाधिकार के उल्लंघन का हवाला देते हुए प्रस्ताव ला सकता है और इस पर मतदान करवाने की भी अपील कर सकता है। पाक विदेश मंत्री कुरैशी न सिर्फ UNHRC में कश्मीर मसले को उठाएंगे, बल्कि वे भारत के खिलाफ समर्थन प्राप्त करने के लिए ‘कश्मीर रिजोल्यूशन’ भी पेश करने की तैयारी में हैं। इसके बाद पाकिस्तान को बेनकाब करते हुए भारत इसका सिलसिलेवार तरीके से जवाब देगा। भारतीय समयानुसार दोपहर करीब 3 बजे पाकिस्तानी मंत्री बयान देंगे और उसके बाद शाम 7 बजे भारत के सचिव उनका जवाब देंगे। इसमें भारत के अधिकारी कश्मीर मसले पर पूरा डोज़ियर सौपेंगे, जिसमें पूरी स्थिति को समझाया जाएगा।
डोजियर पर भारत और पाक तैयार
जानकारी के अनुसार विदेश मंत्रालय के सचिव (पूर्वी) विजय ठाकुर सिंह ने पाकिस्तान को जवाब देने के लिए हाई लेवल टीम तैयार की है। वहीँ भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर(S Jaishankar) यूएनएचआरसी के सभी 47 सदस्यों से व्यक्तिगत तौर पर मिल चुके हैं। उन्होंने कश्मीर की स्थिति से सभी को वाकिफ कराया है। दूसरी तरफ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोभाल ने कश्मीर में आंतरिक स्थिति को संभाला है। बता दें कि UNHRC का यह अधिवेशन 13 सितंबर तक चलेगा। पाकिस्तान इस अधिवेशन को भारत के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कश्मीर मसले को उठाने के लिए एक मौके के रूप में देख रहा है। पाकिस्तान UNHRC में कश्मीर को लेकर एक विशेष सत्र आयोजित कराने के लिए तमाम कूटनीतिक प्रयास भी कर चुका है। ऐसे में अगर वह UNHRC के कुल 47 सदस्यों में से 16 का समर्थन जुटा ले तो उसे एक तिहाई सदस्यों का समर्थन प्राप्त हो जाएगा। गौरतलब है कि UNHRC में मुस्लिम देशों के संगठन ‘ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन’ (OIC) के उन 15 देश सदस्यों की मुख्य भूमिका रहेगी जो UNHRC के भी सदस्य हैं।