370 से बिलबिलाया पाकिस्तान भारत से सारे रिश्ते तोड़ेगा ! ये रहा बयान
370 हटने के बाद भारत के साथ ही पाकिस्तान में भी हलचल मच गयी है। पिछले संसद के संयुक्त सत्र में पाकिस्तान सरकार में मंत्री फवाद खान ने भारत और पाकिस्तान के बीच राजनयिक सम्बन्धो को ख़त्म करने की मांग की है।
पाकिस्तानी विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री फवाद चौधरी ने कहा कि अगर भारत हमसे कोई बातचीत नहीं करने वाला है तो अब पाकिस्तान की तरफ से भी कोई राजनयिक संपर्क नहीं होगा। ऐसे में एक देश के प्रतिनिधि का दूसरे के देश में होने का क्या मतलब है? इसके साथ ही पाकिस्तान जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद भारत से राजनयिक संबंध समाप्त करने के बारे में सोच रहा है। प्रधानमंत्री इमरान खान की अध्यक्षता में हुई राष्ट्रीय सुरक्षा की बैठक में इस मुद्दे पर विस्तृत चर्चा की गई है। सत्र की अध्यक्षता नेशनल असेंबली के स्पीकर असद कैसर ने की।
भारत सरकार की ओर से अनुच्छेद 370 के तहत जम्मू कश्मीर को दिए गए विशेष दर्जे को वापस लिए जाने के खिलाफ पाकिस्तानी संसद के संयुक्त सत्र में मंगलवार को एक प्रस्ताव पेश किया गया। सत्र की शुरुआत पाकिस्तान के संसदीय मामलों के संघीय मंत्री आजम खान स्वाती ने कश्मीर घाटी में भारतीय कदम की निंदा करते हुए एक प्रस्ताव पेश किया। सत्र के एजेंडे में अनुच्छेद 370 में संशोधन से संबंधित एक खंड को न जोड़े जाने को लेकर विपक्ष ने विरोध जताया, जिसके लिए सत्र को 20 मिनट के लिए स्थगित करना पड़ा।
सत्र के दोबारा शुरू होने पर सीनेटर स्वाति ने अनुच्छेद 370 का उल्लेख करते हुए अपना संशोधित प्रस्ताव पेश किया। इस सत्र में पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के प्रधानमंत्री राजा फारूक हैदर भी मौजूद थे। उनके साथ ही पाकिस्तान के रेल मंत्री शेख रशीद, मानवाधिकार मंत्री शिरीन मजारी और नेशनल असेंबली में विपक्ष के नेता शहबाज शरीफ भी सत्र में मौजूद रहे।