भारत ने गिरफ्तार किए पाकिस्तान उच्चायुक्त के दो जासूस, बौखलाए पाकिस्तान ने कहा यह भारत का प्रोपेगेंडा
कल रात पाकिस्तान के दो उच्चायुक्त अफसर जो जासूसी करने के आरोप में पकड़े गए हैं उनके पकड़े जाने के बाद पाकिस्तान बौखला गया है। पाकिस्तान दोनों पर लगे जासूसी के आरोपों को खारिज कर रहा है। इतना ही नहीं पाकिस्तान इतना बौखला गया है कि भारत पर प्रोपेगेंडा का आरोप लगा रहा है। भारत ने दोनों ही जासूस अफसरों को पर्सोना-नॉन ग्रेटा घोषित कर दिया है। जिसको पाकिस्तान एक प्रोपेगेंडा का हिस्सा बता रहा है।
पाकिस्तान भारत के इस फैसले की कड़ी निंदा कर रहा है। इसे लेकर पाकिस्तान ने अपना बयान भी जारी किया है। पाकिस्तान द्वारा जारी किए गए अपने बयान में कहा गया है कि नई दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायोग के दो अधिकारियों को पर्सोना-नॉन ग्रेटा घोषित करना भारत की पूर्व नियोजित कार्रवाई है। पाकिस्तान के खिलाफ प्रोपेगैंडा का हिस्सा है।
बता दें कि पाकिस्तान के इन दोनों ही अफसरों को भारत ने दिल्ली के करोल बाग से रंगे हाथों पकड़ा था। इनमें से एक आबिद हुसैन और दूसरा ताहिर हुसैन था। खबर है कि दोनों ही उच्चायोग के वीजा सेक्शन में काम करते हैं। विदेश मंत्रालय कानून प्रवर्तन अधिकारियों ने दोनों को रंगे हाथों पकड़ा था। इसी के साथ भारत कि इन दोनों अफसरों पर कई महीनों से एजेंसी की नजर थी। खबर है कि यह दोनों पर्सनल को टारगेट करते थे और उनकी लिस्ट आई एस आई देती थी।
वहीं इस मामले पर पाकिस्तान का कहना है कि नई दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायोग के दो कर्मचारी को भारतीय अधिकारियों ने 31 मई 2020 को झूठे और बेबुनियाद आरोप में पकड़ा है। जबकि उन्हें उच्चायोग के हस्तक्षेप पर छोड़ दिया गया। पाकिस्तान का कहना है कि उसके अफसरों पर गलत और झूठे आरोप लगाए गए हैं।
पाकिस्तान का कहना है कि वह भारत के आधारहीन आरोपों को खारिज कर रहा है। पाकिस्तान का कहना है कि यह कूटनीतिक संबंधों पर वियना कनेक्शन का स्पष्ट उल्लंघन है।