पाकिस्तान में अभी तक कोरोना टीकाकरण का पता नहीं, चीन भी नहीं दे रहा मदद
भारतीय प्रधानमंत्री आज दो-दो वैक्सीन के साथ कोरोना टीकाकरण अभियान की शरुआत करने जा रहे हैं। वहीं, पाकिस्तान में अभी तक टीके खरीदने को निर्यात के लिए अंतिम ऑर्डर दिए हैं और न ही किसी वैक्सीन बनाने वाली कंपनी से सप्लाई को लेकर कोई बात की गई है। बात-बात पर भारत को चुनौती देने वाली इमरान खान की सरकार इस मामले में काफी पीछे चल रही है।
द न्यूज इंटरनेशनल के साथ टेलीफोन पर बातचीत में, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के विशेष स्वास्थ्य सहायक डॉ. फैसल खान ने कहा, “हालांकि, हम अपने फ्रंटलाइन वर्कर और अन्य लोगों के लिए जल्द से जल्द COVID-19 वैक्सीन का पहला बैच प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं, लेकिन किसी भी वैक्सीन निर्माता कंपनी को अंतिम ऑर्डर अभी तक नहीं दिया गया है।”
13 जनवरी को, डॉन ने रिपोर्ट की थी कि चीनी राज्य के स्वामित्व वाली कंपनी सिनोफार्मा से कोरोना वैक्सीन आयात करने में एकमात्र बाधा का जल्द ही हल निकाल लिया जाएगा। रिपोर्ट में वैक्सीन के पहले चरण के परीक्षण के अंतिम चरण में पहुंचने की बात कही गई थी।
आपको बता दें कि पाकिस्तान में कोरोना के कुल 514,338 मामले सामने आ चुके हैं। अभी तक देश में 10,863 मरीजों की मौत हो चुकी है। देश के शीर्ष स्वास्थ्य विशेषज्ञ ने कहा कि हालांकि चीन के सिनफार्मा ने ड्रग नियामक प्राधिकरण (डीआरएपी) के साथ अपना डेटा जमा किया है, लेकिन इसकी खरीद पर कोई समझौता नहीं किया गया है।
उन्होंने कहा, “दूसरा टीका उम्मीदवार कैन्सिनो है, जिसका परीक्षण अभी चल रहा है। वे अपना डेटा हमें सबमिट करने से कुछ हफ़्ते दूर हैं। हम रूसी वैक्सीन स्पुतनिक वी में भी रुचि रखते हैं, जिन्होंने कुछ डेटा जमा किए हैं, लेकिन हमने उनसे कोई डेटा नहीं मांगा है।”
उन्होंने कहा, “हम कोवाक्स सुविधा और प्रत्यक्ष खरीद के माध्यम से एस्ट्राजेनेका वैक्सीन प्राप्त करने की कोशिश कर रहे हैं।” यह रहस्योद्घाटन तब होता है जब कई देशों ने पहले ही COVID-19 की टीकाकरण शुरू कर दिया है।