कश्मीर के बाद अब हिंदुत्व से डरा पाकिस्तान! लगाया ये बैन
भारत सरकार के 370 हटाने का फैसला लेने के बाद से ही सबकी नज़रें पाकिस्तान की और थी। कश्मीर को विशेष अधिकार देने वाले इस आर्टिकल हटने के बाद पाकिस्तान के पलट जवाब पर कयास लगाए जा रहे थे। आज सभी कयासों को दरकिनार करते हुए पाकिस्तान ने अपना फैसला सुना दिया है। रिपोर्ट्स के अनुसार पाकिस्तान सरकार ने भारत से सभी तरह के व्यापारिक, मनोरंजन और सांस्कृतिक आदान प्रदान के रिश्तों को तोड़ने की घोषणा की है।
अख़बार डॉन के अनुसार, इस गुरुवार पाकिस्तान के सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने “SAY NO TO INDIA” स्लोगन को राष्ट्रीय स्तर पर लांच किया है। भारत सरकार के 370 हटाने के फैसले को पाकिस्तान ने “एकतरफा और अवैध” करार दिया और कहा कि इस मामले को पाक संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में ले जाएगा।
‘हिंदुत्व विचारधारा’ को खत्म करेगा पाक
पाकिस्तान के सूचना और प्रसारण मंत्रालय के प्रधान मंत्री की विशेष सहायक फिरदौस आशिक़ अवान कहती हैं कि “भारतीय सामग्री के सभी प्रकार को रोक दिया गया है। पेमरा (पाकिस्तान इलेक्ट्रॉनिक मीडिया नियामक प्राधिकरण) को भारतीय डीटीएच(DTH) उपकरणों की बिक्री के खिलाफ कार्रवाई के साथ इसकी सतर्कता को बढ़ाने के लिए निर्देशित किया गया है।” उन्होंने कहा की दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान के इस धोखे से पाकिस्तान के युवा मस्तिष्क प्रदूषित हो रहे हैं।
उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद ने एक समूह स्थापित करने का फैसला किया था और पाकिस्तान सभी मोर्चों से “हिंदुत्व विचारधारा” का मुकाबला करेगा। यह समूह आवश्यक मंचों पर भारतीय डिजाइनों के खिलाफ लड़ने के लिए सभी संबंधित मंत्रालयों का समूह होगा।
इसे आगे बढ़ाते हुए वे कहती हैं कि “बाहरी संचार को सूचना की प्रकृति के अनुसार सूचना मंत्रालय, विदेश कार्यालय और अंतर-सेवा जनसंपर्क (आईएसपीआर) द्वारा निपटाया जाएगा।”
मनोरंजन का भी कोई आदान-प्रदान नहीं
भारत द्वारा “सांस्कृतिक आक्रमण” को हराने के लिए पाकिस्तान मीडिया को ज़िम्मेदारी सौंपते हुए अवान ने पाकिस्तान के सिनेमाघरों में भारतीय फिल्मो की स्क्रीनिंग पर भी प्रतिबन्ध लगाने की जानकारी दी। उन्होंने कहा, “किसी भी पाकिस्तानी सिनेमाघर में कोई भी भारतीय फिल्म नहीं दिखाई जाएगी। इस तरह की फिल्मों, ड्रामा और भारतीय सामग्री को पाकिस्तान में पूरी तरह से प्रतिबंधित किया जाएगा।
बता दें कि इस तरह के कदम पाकिस्तान पहले भी उठा चुका है। फ़रवरी में बालाकोट एयर स्ट्राइक के समय भी उन्होंने भारत से सभी सांस्कृतिक और औद्योगिक रिश्तों को ख़त्म करने की धमकी दी थी।