अपना प्रोपेगेंड़ा फैलाने के लिए Pak ने लिया किसान आंदोलन का सहारा, बोला- हम किसानों के साथ
भारत में कृषि कानूनों (Agriculture bill) के खिलाफ चल रहे प्रदशनों को लेकर पाकिस्तान (Pakistan) में भी चर्चा चल रही है कि पाकिस्तान की सरकार ने वहां एक समिती की बैठक बुलाकर भारत के किसानों को अपना समर्थन दिया है और इस मुद्दे को मानवाधिकार उल्लंघन का मुद्दा बताकर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन (Joe biden) के सामने उठाने की बात कही है।
किसानों का किया समर्थन
पाकिस्तान के विदेश मामलों की संसदीय समिति ने 26 जनवरी को दिल्ली में हुए विरोध प्रदर्शनों की सराहना की है और दिल्ली में प्रदर्शन कर रहे किसानों को अपना समर्थन किया है। बता दें पाकिस्तान की तरफ से विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी भी इस बैठक में मौजूद रहे। उन्होंने इसकी अगुवाई करते हुए भारत में अल्पसंख्यकों पर होने वाले अत्याचार की बात उठाई और कहा कि वहां आरएसएस ही अतिवाद की जड़ है उसे हर अंतराष्ट्रीय मंच पर बेनकाब किया जाए।
सिखों ने लालकिले पर फहराया धार्मकि झण्डा
उन्होंने कहा कि गणतंत्र दिवस वाले दिन भारत में सिख किसानों ने अपना धार्मिक झण्डा फहराया और अत्याचारों के खिलाफ प्रतिशोध कर रहे लोगों के लिए ब्लैक डे के रुप में मनाया । वह कहते हैं कि यह सिख किसानों के साथ पाकिस्तान है और हम इनके हक की आवाज सभी अंतराष्ट्रीय मंचों पर उठाएंगे। समिती ने कहा है कि 2019 में 10,000 से ज्यादा किसानों की जान गई और कई मुस्लिमों को धर्म की वजह से निशाना बनाया गया।
370 हटाए जाने की निंदा की
बैठक के अंत में पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने एक डोजियर भी सौपा जिसमें पाकिस्तान ने भारत पर फर्जी आतंकवाद फैलाने का आरोप लगाया और खुद को आतंकवाद से पीड़ित देश बताया। बता दें पाकिस्तान सरकार ने इसके अलावा भारत के अनुच्छेद 370 हटाए जाने की भी निंदा की और इसे गलत तरह से लागू किया गया कानून बताया। उन्होंने कहा कि इसकी जरिए भारत सरकार कश्मीर में मुस्लिमों को प्रताड़ित करना चाहती है।