अफगानिस्तान के NSA को पाकिस्तान ने बताया दुश्मन, नवाज शरीफ से मुलाकात पर भड़की इमरान सरकार
तालिबान को शह दे रही पाकिस्तान की सरकार ने अफगानिस्तान की सरकार को दुश्मन बता डाला है। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की अफगानिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) से मुलाकात पर इमरान खान की सरकार इस कदर चिढ़ गई कि उनके कई मंत्रियों ने मोर्चा खोल डाला। नवाज शरीफ की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि इससे साबित हो गया है कि उनके पाकिस्तान के दुश्मनों से कनेक्शन हैं।
अफगानिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की ओर से ट्विटर पर एक तस्वीर शेयर की गई जिसमें नवाज शरीफ को एनएसए मोहिब और मंत्री सैयद सादत नादेरी से मुलाकात करते हुए देखा जा सकता है। यह मुलाकात लंदन में हुई, जहां नवाज शरीफ 2019 से रह रहे हैं। अफगानिस्तान की ओर से कहा गया कि इस बैठक में साझा हितों पर चर्चा की गई। जानकारी सामने आते ही यह ट्विटर पर ट्रेंड करने लगा।
इस मुलाकात पर आगबबूला हुए पाकिस्तान के सूचना और प्रसारण मंत्री फवाद चौधरी ने कहा, ”इसलिए नवाज शरीफ को विदेश भेजना खतरनाक था, क्योंकि ऐसे लोग अंतरराष्ट्रीय साजिश का हिस्सा बन जाते हैं। RAW (भारतीय खुफिया एजेंसी) के अफगानिस्तान में सबसे बड़े सहयोगी के साथ नवाज की बैठक इसका उदाहरण है। मोदी, मोहिब और अमरुल्ला सलेह (अफगानिस्तान के उपराष्ट्रपति) पाकिस्तान का हर दुश्मन नवाज शरीफ का करीबी दोस्त है।”
इमरान के एक और मंत्री शहरयार अफरीदी ने लिखा, ”नवाज शरीफ की अफगानिस्तान के एनएसए से मुलाकात पाकिस्तान के दुश्मनों से उनके संबंध को साबित करती है। इस बैठक ने साबित कर दिया है कि पूर्व प्रधानमंत्री पाकिस्तानी हितों के खिलाफ इस्तेमाल किए जाने वाले उपकरण हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि नवाज शरीफ के बयान को भारत पहले ही अंतरराष्ट्रीय फोरम पर इस्तेमाल कर चुका है।
साइंस और टेक्नॉलजी मिनिस्टर शिबली फराज ने कहा कि इसमें कुछ नया नहीं है। नवाज ने पाकिस्तान के दुश्मनों से हमेशा दोस्ती रखी है, चाहे वह जिंदल (स्टील कारोबारी) हों या मोदी। फराज ने कहा कि मोहिब ने पाकिस्तान को पहले ‘वेश्यालय’ कहा था। शर्म की बात है कि पूर्व प्रधानमंत्री इतने असंवदेनशील हैं।