Pahalgam Terror Attack: हमले से जुड़े अबतक के 10 बड़े अपडेट्स, सरकार ने क्यों माना – “सुरक्षा में हुई चूक”

पहलगाम आतंकी हमले के बाद सुरक्षा और कूटनीतिक मोर्चे पर कई महत्वपूर्ण घटनाएं घटी हैं। आगे आपको बताते हैं सैन्य अभ्यास, मिसाइल परीक्षण से लेकर राजनेताओं की प्रतिक्रिया तक, पहलगाम हमले पर कुछ ताजा और महत्वपूर्ण अपडेट्स।

राहुल गांधी का अनंतनाग दौरा:

कांग्रेस नेता राहुल गांधी आज कश्मीर के अनंतनाग जाएंगे, जहां वे आतंकी हमले के घायलों से मुलाकात करेंगे। राहुल गांधी ने पहले भी कश्मीर के मुद्दे पर अपनी आवाज उठाई है, और इस दौरे से यह स्पष्ट हो रहा है कि उनका उद्देश्य न केवल पीड़ितों के प्रति सहानुभूति जताना है, बल्कि कश्मीर में हो रही घटनाओं पर अपनी स्थिति स्पष्ट करना है। यह कदम उनके मानवीय दृष्टिकोण को भी दर्शाता है।

भारत सरकार ने सिंधु जल समझौता सस्पेंड किया:

भारत सरकार के जल संसाधन मंत्रालय के सचिव देबाशीष मुखर्जी ने पाकिस्तान को एक पत्र भेजकर सूचित किया है कि 1960 की सिंधु जल संधि को तत्काल प्रभाव से स्थगित कर दिया गया है। यह कदम पाकिस्तान द्वारा भारत के जल संसाधनों के खिलाफ लगातार हो रही गतिविधियों के कारण उठाया गया है। भारत ने यह संदेश दिया है कि अगर पाकिस्तान ने समझौते के तहत अपनी जिम्मेदारियों का पालन नहीं किया तो भारत सख्त कदम उठाएगा।

INS सूरत युद्धपोत से मिसाइल टेस्टिंग:

भारत ने गुरुवार को INS सूरत युद्धपोत से मिसाइल की टेस्टिंग की। इस टेस्टिंग का मुख्य उद्देश्य सतह से समुद्र पर हमला करने की क्षमता का परीक्षण करना था, जो पूरी तरह से सफल रहा। यह परीक्षण भारत की सैन्य ताकत और राष्ट्रीय सुरक्षा को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

वायुसेना का ‘आक्रमण’ युद्धाभ्यास:

भारतीय वायुसेना ने ‘आक्रमण’ नाम से एक युद्धाभ्यास शुरू किया है। इस अभ्यास में अंबाला (हरियाणा) और हाशीमारा (पश्चिम बंगाल) की दो राफेल स्क्वॉड्रन शामिल हैं। यह युद्धाभ्यास भारत की एयर डिफेंस और आक्रमण क्षमता को मजबूत करने के लिए किया जा रहा है और इसके जरिए वायुसेना ने अपनी तैयारियों को और अधिक मजबूत किया है।

विदेश मंत्रालय की बैठक:

भारत के विदेश मंत्रालय ने जर्मनी, जापान समेत कई देशों के राजदूतों को बुलाया और उन्हें पहलगाम आतंकी हमले की जानकारी दी। भारत ने विदेशों को यह संदेश दिया है कि यह हमला न केवल कश्मीर की सुरक्षा के लिए खतरा है, बल्कि पूरे क्षेत्र की शांति के लिए भी गंभीर चिंता का विषय है।

रूस का बयान – भारत कुछ बड़ा करने वाला है:

रूसी मीडिया रशिया टुडे (RT) ने मौजूदा सुरक्षा हालातों को देखते हुए दावा किया है कि भारत कुछ बड़ा करने वाला है। उनके मुताबिक, भारत पाकिस्तान के खिलाफ कड़ा कदम उठा सकता है, जो इस हमले के बाद और बढ़ते तनाव को देखते हुए स्वाभाविक प्रतीत हो सकता है।

गृह मंत्री और विदेश मंत्री की राष्ट्रपति से मुलाकात:

भारत के गृह मंत्री अमित शाह और विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की और उन्हें पहलगाम आतंकी हमले की पूरी जानकारी दी। सरकार ने राष्ट्रपति को इस आतंकवादी हमले की स्थिति पर गहराई से चर्चा की और सुरक्षा उपायों के बारे में अपडेट दिया।

अटारी बॉर्डर पर पाकिस्तानियों की वापसी:

भारत सरकार ने अटारी बॉर्डर को बंद करने का ऐलान किया, जिसके बाद पाकिस्तान से वीजा लेकर आए नागरिकों को अटारी चेक पोस्ट से वापस लौटने के आदेश दिए गए हैं। यह कदम पाकिस्तान से बढ़ते तनाव और सुरक्षा चिंताओं को देखते हुए लिया गया है।

पाकिस्तान के X हैंडल पर बैन:

भारत सरकार ने पाकिस्तान सरकार के X हैंडल पर भारत में बैन लगा दिया है। यह कदम पाकिस्तान की सोशल मीडिया गतिविधियों और भारत विरोधी प्रचार को रोकने के लिए उठाया गया है। सरकार का कहना है कि पाकिस्तान की ओर से चल रहे दुष्प्रचार को रोकना भारत की सुरक्षा के लिए आवश्यक है।

अमेरिका की एडवाइजरी:

अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने एक एडवाइजरी जारी की, जिसमें अपने नागरिकों को जम्मू-कश्मीर न जाने की सलाह दी है। इस एडवाइजरी का उद्देश्य कश्मीर की सुरक्षा स्थिति को ध्यान में रखते हुए भारतीय क्षेत्र में यात्रा को लेकर सतर्कता बढ़ाना है।

श्रीनगर में विरोध प्रदर्शन:

श्रीनगर के दुकानदारों ने पहलगाम हमले के विरोध में काले झंडे लगाए। यह विरोध प्रदर्शन हमले के खिलाफ लोगों की गुस्से और सरकार से सुरक्षा बढ़ाने की मांग का प्रतीक है। दुकानदारों का कहना है कि कश्मीर में सुरक्षा स्थिति लगातार बिगड़ रही है और इसे जल्द सुधारा जाना चाहिए।

सरकार ने माना सुरक्षा में हुई चूक

दिल्ली में केंद्र सरकार ने पहलगाम आतंकी हमले पर सर्वदलीय बैठक बुलाई, जिसमें विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने हिस्सा लिया। बैठक में सरकार ने यह माना कि सुरक्षा चूक के कारण यह आतंकी हमला हुआ। इसके बाद, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि सरकार को हर कदम पर पूरा समर्थन दिया जाएगा, यह संदेश देते हुए कि राजनीतिक सहयोग और सुरक्षा के मुद्दे पर सभी एकजुट हैं।

पाकिस्तान के खिलाफ कड़े संदेश

पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारतीय सरकार ने सुरक्षा, कूटनीति और प्रशासनिक मोर्चे पर कई कदम उठाए हैं। पाकिस्तान के खिलाफ कड़े संदेश, सैन्य अभियानों की शुरुआत और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग की कोशिशें भारतीय सुरक्षा नीति के मजबूत होने का संकेत देती हैं। देश की सुरक्षा और कूटनीतिक मोर्चे पर सरकार की कार्रवाई से यह स्पष्ट है कि भारत किसी भी आतंकवादी हमले को हल्के में नहीं लेगा और अपनी सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए हर संभव कदम उठाएगा।

 

 

 

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