“ये बयान नहीं, कॉमेडी शो.. “, पहलगाम हमले पर इस मंत्री का बेतुका बयान Viral, पब्लिक ने लिया हाथों-हाथ

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की गंभीरता से देश भर में शोक और गुस्सा है, लेकिन इस बीच झारखंड सरकार के एक मंत्री ने ऐसा बयान दे डाला कि लोग सोच में पड़ गए — क्या ये गंभीर प्रतिक्रिया थी या भूगोल की क्लास bunk करके राजनीति में आ गए?
क्या बोले मंत्रीजी?
झारखंड सरकार के नगर विकास मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू का बयान इस प्रकार था:
“पहलगाम की घटना के लिए हिमाचल के मुख्यमंत्री को इस्तीफा देना चाहिए, क्योंकि अपने नागरिकों की सुरक्षा करने में वे विफल रहे हैं।”
यह बयान इस तथ्य के बावजूद दिया गया कि पहलगाम जम्मू-कश्मीर में स्थित है, जबकि हिमाचल प्रदेश का इससे कोई लेना-देना नहीं है।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएँ:
सोशल मीडिया पर इस बयान को लेकर कई प्रतिक्रियाएँ आईं:
“बयान सुनकर ऐसा लगा जैसे सियासत अब GPS के बिना ही चल रही है।”
“नेता जी का बयान भूगोल की किताब के खिलाफ याचिका जैसा लग रहा है!”
“अगर दिल्ली में ट्रैफिक जाम हो जाए, तो क्या राजस्थान के मंत्री इस्तीफा देंगे?”
मंत्री की सफाई:
इसके बाद जब बात बिगड़ती दिखी तो मंत्री सुदिव्य कुमार ने सफाई भी दी, उन्होंने कहा कि उनका बयान “तंज” था। हालांकि, वीडियो में उनकी गंभीरता और मुखरता ने इस सफाई को संदेहास्पद बना दिया। साथ ही देश के नक्शे ने ठहाके लगाना शुरू कर दिया।
देश के लिए गंभीर क्षण
गौरतलब है कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले में कई नागरिक घायल हुए हैं और यह एक संवेदनशील सुरक्षा मसला है।
देशभर में इस घटना को लेकर चिंता जताई गई है। ऐसे समय में राजनीतिक बयानबाज़ी में संवेदनशीलता और ज़िम्मेदारी की उम्मीद की जाती है, न कि हास्यास्पद लिंक जोड़ने की।
गंभीर मुद्दों का मज़ाक उड़ाना सही
इस पूरे घटनाक्रम ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या राजनीतिक लाभ के लिए गंभीर मुद्दों का मज़ाक उड़ाना सही है?
जहां एक तरफ देश पहलगाम जैसे हमलों से जूझ रहा है, वहीं राजनीति में तर्क की जगह तुकबंदी और मज़ाक ने ले ली है।