धान की बालियां पककर तैयार, अगले सप्ताह से शुरू होगी धान कटाई
धमतरी। इस बार खरीफ फसल लगभग कटने को तैयार हो रही है। हरूना किस्म की फसल तो अगले हफते से ही खेतों से खलिहान पहुंचने लगेगी। किसान इसके लिए तैयारी में जुटे है। अधिमास के कारण इस बार 50 फीसदी फसल दीवाली के पहले ही कट जाएगी और किसानों को कड़की का सामना नहीं करना पड़ेगा।
जिले के धमतरी, कुरूद, मगरलोड और नगरी ब्लाक में लगभग एक लाख 35000 हेक्टेयर रकबा में किसान खरीफ की फसल ले रहे हैं। मैदानी क्षेत्रों के अलावा वनांचल क्षेत्रों में भी इस बार फसल लगभग तैयार होने को है। हरूना किस्म तो पहले से ही तैयार हो जाती है और इसके लिए किसान तैयारी भी कर रहे हैं। अंचल के ग्राम कुकरेल, कुम्हड़ा, खरतुली, परसतराई , पोटियाडीह, भानपुरी समेत अधिकांश गांवों में हरूना धान पककर तैयार हो गया है। किसानों को अब काटने का इंतजार है। इन गांवों के किसान किशोर यादव, मनहरण लाल, जीवराखन साहू, बजरंग साहू, नोखेलाल साहू, धर्मेन्द्र साहू, कामता देवांगन आदि ने बताया कि इस बार धान की फसल अच्छी है।
हरूना के साथ लेट वेरायटी में बालियां खूब है। उत्पादन बेहतर होने के आसार है। शुरूआत में छींटपुट बीमारियां सामने आई थी, लेकिन किसी भी क्षेत्र में माहू, कटुआ जैसे बीमारियों की शिकायत ज्यादा नहीं मिली। फसल तैयार है इसलए कटाई की तैयारी कर रहे हैं। जमीन गीला होने के कारण फिलहाल हफते भर और इंतजार करना पड़ेगा। इसके बाद किसान-मजदूर हरूना किस्म की कटाई करते नजर आएंगे। फिलहाल मशीन से कटाई के लिए थोड़ा और इंतजार करना पड़ेगा। खेत सूखने के बाद हार्वेस्टर खेतों तक पहुंच पाते हैं।
अधिमास के कारण बनी स्थिति
किसानों में इस बात की खुशी है कि इस बार आधे से अधिक फसल दीवाली के पहले ही कट कर खलिहानों तक पहुंच जाएगी। हफतेभर बाद कटाई शुरू होगी और दीवाली को अभी आने में डेढ़ माह से अधिक का समय है। ऐसे में अधिकांश किसानों का आधा फसल कट जाएगा और त्यौहार मनाने के लिए रूपये भी पास में रहेंगे। किसानों ने कहा कि दीवाली के पहले फसल कटने का एक बड़ा कारण इस साल अधिमास होना है। हिंदू कैलेंडर में इस साल एक माह अधिक है। इस बार क्वांर माह 30 दिन का न होकर 60 दिनों का है। इसी कारण दीवाली एक महीने बाद की तिथि में पड़ रही है।