इन परिवारों में हुई बिना ऑक्सीजन से मौत खुद सुने सच
न्यूज़ नशा इन दिनों रोज रात 10:00 बजे देश और प्रदेश से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करता है। जिसमें देश और प्रदेश के अधिकारी वरिष्ठ पत्रकार और नेता के साथ-साथ आम जनता जिसके साथ घटना घटी होती है वह भी शामिल होते हैं। बुधवार की रात को न्यूज़ नशा पर चर्चा का मुद्दा था “इन परिवारों में हुई बिना ऑक्सीजन से मौत खुद सुने सच”
आपको बता दें इस चर्चा में वरिष्ठ पत्रकार दीपक शर्मा और तमाम पीड़ित परिजन शामिल हुए थे।
इस दौरान पीड़ित परिजनों से न्यूज़ नशा की editor-in-chief विनीता यादव ने कई सवाल किए।
न्यूज़ नशा सवाल– सरकार कह रही है कि ऑक्सीजन की कमी की वजह से किसी की मौत नहीं हुई, इस पर आप लोग क्या कहेंगे और आप लोगों के साथ कौन सी घटना घटी ?
पीड़ित रोहन वर्मा का जवाब– हमें यह नहीं पता सरकार क्या कह रही है मगर पापा की ऑक्सीजन 79 और मम्मी की 67 हो गई थी दोनों की ऑक्सीजन बहुत ही कम हो गई थी 27 अप्रैल की बात है बेड नहीं मिला था 28 को भी हम बहुत भटके जिसके बाद बेड मिला, रास्ते में ले जाते वक्त मम्मी एक्सपायर हो गई और शाम तक पिता की भी मौत हो गई ना तो एंबुलेंस में ऑक्सीजन थी और ना के समय पर ऑक्सीजन मिली, अस्पताल में भी लापरवाही की और जब ऑक्सीजन सिलेंडर खरीदने के लिए हम गए तो 18000 में ऑक्सीजन सिलेंडर मिल रहा था मगर जब खरीदने की कोशिश किया तो वह भी नहीं मिला
न्यूज़ नशा सवाल– सरकार कह रही है कि ऑक्सीजन की वजह से एक भी मौत नहीं हुई आपको क्या लगता है यह सही है
रोहन पीड़ित का जवाब– ऐसा बिल्कुल भी नहीं है हमारे माता-पिता की ऑक्सीजन की कमी की वजह से मौत हुई अस्पताल में भी हमारे सामने दो लोगों की ऑक्सीजन की कमी की वजह से मौत हुई और ना जाने कितने लोगों की ऑक्सीजन की कमी की वजह से मौत हुई
दिनेश अवस्थी पीड़ित– हमारा भाई सरकारी अध्यापक का संस्कृत विद्यालय में उसकी ड्यूटी झांसी लगी हुई थी ड्यूटी से जब वापस आया उसी दिन हालत बिगड़ गई तो घर का थोड़ा ट्रीटमेंट लिया जिसके बाद हमने हमीरपुर के सरकारी अस्पताल में अपने भाई को ले गए वहां पर डॉक्टर से बीजेपी अध्यक्ष से बात कराई जिसके बाद हमने कहा कि डॉक्टर साहब इलाज शुरू करें मगर डॉक्टर ने धमकी दे दी हमसे नेतागिरी मत करो और जो करना है कर लो जिसके बाद डॉक्टर ने 40% ऑक्सीजन लिख कर दिया और 30 मिनट बाद एक्सपायर लिखकर दे दिया और बॉडी को ले जाने को कहा कोई सुनने वाला नहीं था कोई कुछ कहने वाला नहीं था मनमर्जी की जा रही थी और यही स्थिति सबके साथ हुई थी 30 4 2021 की मौत हुई थी
दिवेश यादव प्रधान– डेढ़ सौ से ज्यादा लोग हमारे जान पहचान में है जिनकी परिवार में ऑक्सीजन की कमी की वजह से मौत हो गई लखनऊ में ऑक्सीजन की बड़ी कमी दिखाई दी सरकार एकदम गलत कह रही है कि ऑक्सीजन की कमी की वजह से कोई मौत नहीं हुई जबकि लोग ऑक्सीजन की वजह से लोगों पर तड़प तड़प कर मर गए और डेट सर्टिफिकेट में यह भी नहीं लिखा जा रहा है कि इनकी मौत कोरोनावायरस से हुई यह बहुत ही बुरी स्थिति है, मैं लोगों की मदद के लिए बहुत कोशिश किया मगर लखनऊ के किसी बड़े अस्पताल में ऑक्सीजन नहीं मिल पाई।
हिमांशु पीड़ित– 19 अप्रैल को फादर की मृत्यु हुई है उनकी मौत का मेन कारण ऑक्सीजन ना मिला था, श्मशान घाट में जो भी लासे आई थी उन सब में सबसे ज्यादा कारण मौत को ऑक्सीजन ना मिलने की वजह से हुई थी
न्यूज़ नशा सवाल-ऑक्सीजन के लिए ट्रेन चलाया गया था एअरलिफ्ट किया गया था तो क्या वह काम जान बचाने के लिए नहीं था क्योंकि ऑक्सीजन की कमी की वजह से कोई मौत ही नहीं हुई ?
दीपक शर्मा वरिष्ठ पत्रकार का जवाब– सरकार ने जिस तत्व को प्रोजेक्ट किया है सदन में रखा है उसका जो अपने की आधार है उसमें कभी यह न दिखाई जाएगा की मौत क्यों हुई है, उस सर्टिफिकेट में इलाज़ की कमी कहीं नहीं दर्शाई जाती है उसमें मौत का कारण बताया जाता है कि कौन सी बीमारी थी, इसका मतलब यह भी नहीं है कि ऑक्सीजन की कमी की वजह से कोई मौत नहीं हुई दिल्ली के मंत्री सत्येंद्र जैन ने स्वीकार किया है कि ऑक्सीजन की कमी थी जिसकी वजह से बहुत से मरीजों की मौत हुई है।
न्यूज़ नशा की एडिटर इन चीफ विनीता यादव ने कहा कि आज हमने कई सारे डॉक्टरों से बात की मगर किसी डॉक्टर में हिम्मत नहीं हुई कि वह आकर बता सके कि ऑक्सीजन की कमी की वजह से लोगों की मौत हुई यह बहुत ही दुखद है क्योंकि हम सभी लोगों ने अपनी आंखों के सामने लोगों को ऑक्सीजन की कमी की वजह से मरते हुए देखा है
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https://youtu.be/KpyIbn_vQwI