ओवैसी ने बीजेपी पर साधा निशाना, कहा मुस्लिमों को बलि का बकरा बनाना कोरोना वायरस की दवा नहीं
भारत में कोरोनावायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। वही दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में कई जमाती लोगों ने हिस्सा लिया था। जिसके बाद राजधानी दिल्ली में आधे से ज्यादा कोरोनावायरस संक्रमित लोग यह जमाती ही हैं। वहीं देश में कई जगहों पर बहुत से जमाती कोरोनावायरस संक्रमित पाए गए हैं। ऐसे में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने बीजेपी पर निशाना साधा है। असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि बिना योजना बनाए लागू किए गए लॉकडाउन और कोरोना से नौसिखियों की तरह निपटने की कोशिशों की आलोचना से बचने का मिलाजुला प्रयास किया जा रहा है। यहां असदुद्दीन ओवैसी ने तंज कसते हुए कहा कि बीजेपी के प्रचारकों को मालूम होना चाहिए कि वो व्हॉट्सऐप फॉरवर्ड के जरिए कोरोना वायरस को नहीं हरा सकते। मुस्लिमों को बलि का बकरा बनाना कोरोना वायरस की दवा नहीं है। ना ही ये पर्याप्त टेस्टिंग का विकल्प हो सकता है। झूठी खबरें फैला कर मुसलमानों पर हमले किए जा रहे हैं।
तबलीगी जमात पर बोलते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि जमात का कार्यक्रम पहले भी होता था, लेकिन आज उसे बदनाम किया जा रहा है। सवाल उन लोगों से पूछा जाना चाहिए जो सत्ता में हैं। जमात से नहीं, जिसमें अधिकांश भारतीय नागरिक हैं, लेकिन उनसे इस समय ऐसा व्यवहार नहीं हो रहा है।
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि वैसे बड़ा कार्यक्रम देश में कई जगहों पर हुए, मगर बदनाम सिर्फ उनको किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि देश में एयरपोर्ट में स्क्रीनिंग 3 मार्च से शुरू हो गई, फिर भी वे विदेशी कैसे कोरोना वायरस के साथ आकर तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल हो गए, ये सोचने की विषय है।