दिल्ली के उपराज्यपाल ने मुख्यमंत्री केजरीवाल का फैसला बदला, दिल्ली में अब होगा सभी लोगों का इलाज
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि फिलहाल दिल्ली सरकार के अस्पताल और प्राइवेट अस्पतालों में सिर्फ दिल्ली वालों का ही इलाज किया जाएगा। हालांकि उन्होंने यह भी कहा था कि केंद्र सरकार के अस्पतालों में सभी का इलाज किया जा सकेगा। लेकिन अरविंद केजरीवाल के इस फैसले को दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने खारिज कर दिया है। खबर है कि उपराज्यपाल अनिल बैजल ने डीडीए में चेयर पर्सन होने की हैसियत से संबंधित विभागों पर प्रशासन को निर्देश दिया है कि बाहरी राज्य के किसी भी व्यक्ति को इलाज से मना न किया जाए।
उपराज्यपाल अनिल बैजल ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के उस फैसले को बदला है जिस फैसले पर मुख्यमंत्री केजरीवाल के अनुसार दिल्ली के 90% लोगों ने इस फैसले पर मुहर लगाई थी कि दिल्ली में सिर्फ दिल्ली वालों का इलाज हो। हालांकि उप राज्यपाल के इस फैसले से दिल्ली से बाहर कोरोनावायरस के मरीजों को राहत मिलेगी जो इलाज के लिए भटक रहे हैं। जैसे कि खुद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि दिल्ली में 60 से 70% लोग बाहर से पूरे देश भर से इलाज कराने दिल्ली आते हैं। ऐसे में उन सभी लोगों को राहत मिलने वाली है।
दिल्ली सरकार ने 1 सप्ताह के लिए दिल्ली के बॉर्डर बंद किए थे और दिल्ली वालों को कहा था कि आप फैसला ले कि दिल्ली के अस्पताल बाहर वालों के लिए खोले जाएं या नहीं जिस पर वोटिंग की गई थी और अरविंद केजरीवाल ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि ज्यादातर वोटिंग इस फैसले पर हुई है कि दिल्ली के अस्पतालों में दिल्ली वालों का ही इलाज किया जाए। इस सब के लिए दिल्ली सरकार ने एक एक्सपर्ट कमेटी भी तैयार की थी। इस एक्सपर्ट कमेटी में कई बड़े डॉक्टर शामिल थे जिन की सलाह पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने यह बढ़ा फैसला किया था। लेकिन अब इस फैसले को दिल्ली के राज्यपाल ने पलट दिया है।