हिमाचल प्रदेश में जारी किया गया खतरनाक ऑरेंज अलर्ट जानिए मतलब
गुरुवार को सुबह से ही हिमाचल प्रदेश(Himachal pradesh) में ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया गया है । मौसम विभाग (MET Department) के अनुसार, गुरुवार को राज्य के पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी (Snowfall) और मैदानी इलाकों में बारिश (Rainfall) का दौर शुरू हो गया है । राज्य के कई मैदानी इलाकों में गुरुवार सुबह से बारिश हो रही है । इससे तापमान में गिरावट आई है और शीतलहर (Cold Wave) के चलते ठिठुरन बढ़ गई है ।
मौसम विभाग के शिमला केंद्र के अनुसार, गुरुवार को राज्य के 10 जिलों में बादल बरसेंगे । वहीं शिमला (Shimla) में सुबह पांच बजे से रुक-रुक कर बारिश हो रही है । शिमला समेत कुल्लू, मंडी (Mandi), सोलन, सिरमौर, ऊना, बिलासपुर और हमीरपुर में बारिश की चेतावनी दी गई है । गुरुवार सुबह से ही इन इलाकों में बारिश दर्ज की गई है । वहीं किन्नौर, लाहौल, स्पिति और कुल्लू में हल्के हिमपात की भी संभावना है ।
गौरतलब है कि सिरमौर जिले की सबसे ऊंची चोटी और बाबा बर्फानी की तपोस्थली चूड़धार में गुरुवार को पहला हिमपात हुआ । इसके बाद चूड़धार पहुंचे श्रद्धालुओं को सुबह-सवेरे ही चूड़धार से वापस रवाना किया गया है । वहीं लाहौल घाटी में भी सीजन की पहली बर्फबारी (Snowfall) हो गई है । वहीं, मनाली के रोहतांग पास (Rohtang Pass) में बुधवार देर रात से बर्फबारी हो रही है । बर्फ़बारी के चलते मनाली-लेह नेशनल हाईवे बंद हो गया है । वहीं, रोहतांग दर्रा को भी वाहनों की आवाजाही के लिए बंद कर दिया गया है । दो दिन पहले ही बीआरओ के जवानों ने बर्फ हटा कर रोहतांग पास बहाल किया था । लेकिन अब फिर से जिला लाहौल स्पीति का देश-प्रदेश से सड़क मार्ग से संपर्क कट गया है । वहीं लाहौल के केलांग और उदयपुर से दिल्ली, चंडीगढ़ और अन्य जिलों के लिए चलने वाली सरकारी बसों की सेवा भी स्थगित कर दी गई है ।
बता दें कि कुल्लू में भी बुधवार रात से ही मौसम खराब चल रहा है । जिले की ऊंची पहाड़ियों में हल्की बर्फ़बारी हो रही है । वहीं निचले क्षेत्रों में झमाझम बारिश हो रही है । पर्यटकों और ट्रैकरों को ऊंची पहाड़ियों पर ना जाने की सलाह दी गई है । लोग ठंड से बचने के लिए अलाव का सहारा ले रहे हैं । वहीं बारिश के चलते किसानों के काम पर भी प्रभाव दिख रहा है। ऐसे में मौसम विभाग के अनुमान अनुसार उन्हें और मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है ।