कृषि कानून का विरोध- पंजाब से किसान यात्रा लेकर जीरकपुर पहुंचे अकालियों पर लाठीचार्ज
चंडीगढ़। केंद्र सरकार द्वारा कृषि कानून पास किए जाने के विरोध में पंजाब के अलग-अलग जिलों से रोष मार्च निकालते हुए जीरकपुर पहुंचे शिरोमणि अकाली दल के कार्यकर्ताओं व नेताओं को पुलिस ने शहर में प्रवेश नहीं करने दिया। अकालियों ने जमकर हंगामा किया तो पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया। केंद्र सरकार द्वारा कृषि कानून लागू किए जाने विरोध में शिरोमणि अकाली दल ने केंद्र में भाजपा से समर्थन वापस लेने के बाद गुरुवार को पंजाब में रोष मार्च निकाला। अकाली दल प्रधान सुखबीर सिंह बादल के नेतृत्व में एक रोष मार्च अमृतसर स्थित अकाल तख्त साहिब से निकाला गया। दूसरा मार्च तलवंती साबो से पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत बादल तो तीसरा रोष मार्च पूर्व सांसद प्रेम सिंह चंदूमाजरा के नेतृत्व में आनंदपुर साहिब से चंडीगढ़ के लिए रवाना हुआ। हजारों की संख्या में अकाली कार्यकर्ता विभिन्न जिलों से होते हुए देर रात चंडीगढ़ कूच करने के लिए जीरकपुर पहुंचे।
अकालियों के चंडीगढ़ पहुंचने से पहले ही चंडीगढ़ पुलिस ने न्यू चंडीगढ़, मुल्लांपुर, मोहाली तथा जीरकपुर की तरफ से आने वाले रास्तों को सील कर रखा था। अकालियों के काफिले जैसे ही जीरकपुर पहुंचे तो पुलिस ने बेरीकेडिंग से उन्हें रोक लिया। चंडीगढ़ प्रशासन के अधिकारियों का तर्क था कि अकाली नेताओं का एक शिष्टमंडल ही राज्यपाल से मुलाकात के लिए जाए। अकाली दल के सभी कार्यकर्ता राजभवन की तरफ कूच करना चाहते थे। अकाली कार्यकर्ताओं की चंडीगढ़ पुलिस के साथ काफी धक्का-मुक्की हुई। अकाली कार्यकर्ताओं ने जब बैरीकेड तोडक़र आगे बढऩे का प्रयास किया तो पुलिस ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज का इस्तेमाल किया। अकाली कार्यकर्ता ‘इक्को नारा,किसान प्यारा’ के नारे लगाते हुए आगे बढऩे का प्रयास करते रहे। इस हंगामे के बीच कई अकाली नेताओं व कार्यकर्ताओं की पगडिय़ां उतर गई और ने उन्हें नियंत्रित करने के लिए हल्का लाठीचार्ज भी किया। काफी हंगामे के बाद अकाली कार्यकर्ताओं को नियंत्रित किया गया।