सोनिया गांधी की अध्यक्षता में आज विपक्षी दल की होगी बैठक, सपा, बसपा, “आप” के शामिल होने पर संशय
देश में कोरोनावायरस के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। अब तक भारत में कोरोना वायरस संक्रमित लोगों का आंकड़ा 1.18 लाख के पार पहुंच चुका है। वही देश में 3583 लोगों की मौत भी इस घातक वायरस के कारण हो चुकी है। वहीं आज कोरोना संकट पर विपक्षी दल एकजुट हो रहे हैं। कांग्रेस सरकार आज 3:00 बजे विपक्षी दलों के साथ बैठक करेगी। इस मीटिंग की अध्यक्षता कांग्रेस के अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी करेंगी। खबर है कि सोनिया गांधी 17 विपक्षी दलों के साथ आज चर्चा करने वाली है।
वहीं विपक्षी दलों में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाजवादी पार्टी के शामिल होने पर इस समय संशय बना हुआ। विपक्षी दल होने के कारण कॉन्ग्रेस आज अपनी बैठक में चाहती हैं कि सभी बैठक में हिस्सा ले। हालांकि अभी संशय बना हुआ है कि यह दोनों पार्टी इस बैठक में हिस्सा लेंगे या नहीं। वहीं खबर है कि आम आदमी पार्टी भी इस चर्चा में शामिल नहीं होगी।
बता दें कि यह बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए की जाएगी। खबरों के मुताबिक इस बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, डीएमके नेता एम के स्टालिन, एनसीपी नेता शरद पवार, आरएलडी अध्यक्ष अजीत सिंह, जनता दल से एच डी देवगौड़ा, नेशनल कांफ्रेंस से फारूक अब्दुल्लाह या उमर अब्दुल्ला में से कोई शामिल हो सकता है। वही आरजेडी से तेजस्वी यादव, आरएलएसपी के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तान अवाम मोर्चा के अध्यक्ष जीतनराम मांझी भी बैठक में हिस्सा लेंगे।
इस बैठक में खास बात यह है कि इस बैठक में ममता बनर्जी और शिवसेना दोनों ही शामिल होने वाले हैं। पहले यह दोनों पार्टी ऐसी बैठकों से दूर ही रहती थी। लेकिन यह पहली बार है जब दोनों ही पार्टी विपक्ष की बैठक में शामिल होंगे। बता दें कि आज देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पश्चिम बंगाल का दौरा करेंगे। इस दौरान पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी उनके साथ मौजूद होंगे। हालांकि इस दौरे के बाद वह इस विपक्ष की बैठक में शामिल हो जाएंगी। हालांकि इससे पहले तृणमूल कांग्रेस की तरफ से डेरेक ओ ब्रायन शामिल होंगे।
बता दें कि इस बैठक में विपक्षी दल देश के हालातों पर बातचीत करेंगे। भारत में तेजी से फैल रहे कोरोनावायरस पर इस बैठक में सलाह मशवरा किया जाएगा। इसी के साथ मोदी सरकार को घेरने की रणनीति भी बनाई जा सकती है। कांग्रेस सरकार शुरुआत से ही मोदी सरकार पर कोरोनावायरस फैलने को लेकर के कई बार कह चुकी है। वही देश में आर्थिक संकट पर भी इस बैठक में चर्चा हो सकती है।