कपिल सिब्बल के घर डिनर पर एकजुट हुए विपक्षी नेता, बोले- भाजपा के खिलाफ कही ये बात
नई दिल्ली. कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल (Kapil Sibal) द्वारा आयोजित डिनर में एक दर्जन से अधिक दलों के शीर्ष नेताओं ने सोमवार को उनके तीन मूर्ति लेन स्थित आवास पर मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने साल 2022 में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Election 2022) और साल 2024 के आम चुनावों (Lok sabha Chunav 2024) में विपक्षी दलों की एकता को मजबूत करने एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को हराने की अपनी प्रतिबद्धता जाहिर की. सूत्रों ने यह जानकारी दी. सिब्बल ने सोमवार को डिनर की मेजबानी की, जिसमें कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) को संगठनात्मक सुधार के लिए पत्र लिखने वाले ‘जी-23’ के लगभग सभी सदस्य मौजूद थे.
डिनर में आमंत्रित विपक्ष के एक नेता ने कहा, ‘एकता को और मजबूत करने के लिए ऐसी बैठकें और आयोजित की जानी चाहिए. हमें भाजपा को 2022 में पहले उत्तर प्रदेश में और फिर 2024 के आम चुनाव में हराना है.’ इस दौरान राजद (RJD) के लालू प्रसाद यादव, राकांपा (NCP) सुप्रीमो शरद पवार, समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के अखिलेश यादव और राम गोपाल यादव, माकपा (मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी) के सीताराम येचुरी, भाकपा (भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी) के डी. राजा, नेशनल कांफ्रेंस के उमर अब्दुल्ला और कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम भी मौजूद थे.
2022 और 2024 के लिए आना होगा सभी को साथ- विपक्षी नेता
जो ‘जी-23 नेता डिनर में शामिल हुए, उनमें मेजबान सिब्बल के अलावा गुलाम नबी आजाद, भूपिंदर सिंह हुड्डा, आनंद शर्मा, मुकुल वासनिक, पृथ्वीराज चव्हाण, मनीष तिवारी और शशि थरूर शामिल थे. शीर्ष विपक्षी नेताओं के साथ ‘जी-23’ के कांग्रेस नेताओं की यह पहली ऐसी मुलाकात है. सूत्रों ने बताया कि सिब्बल की शुरुआती टिप्पणी के बाद सभी नेताओं ने कहा कि उन्हें 2022 में उत्तर प्रदेश में और फिर 2024 के लोकसभा चुनावों में भाजपा को हराने के लिए एक साथ आना होगा.
बैठक में एक नेता ने कहा, ‘हमें भाजपा के खिलाफ मिलकर लड़ना चाहिए और एकजुट रहना चाहिए.’एक अन्य नेता ने आरोप लगाया कि भाजपा ने ‘लोकतंत्र और सरकार पर नियंत्रण रखने वाली लोकतांत्रिक संस्थाओं को नष्ट कर दिया है.’ उन्होंने कहा, ‘हमें भाजपा को हराना होगा और देश में लोकतंत्र बहाल करना होग.’ सूत्रों के अनुसार नेताओं ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा ने विशेष रूप से महामारी के दौरान और उसके बाद भी समाज के उत्पीड़ित और गरीब वर्गों के लिए ‘कुछ नही’ किया है. सूत्रों ने बताया कि विपक्षी नेताओं ने भी कांग्रेस को मजबूत करने के लिए जी- 23 नेताओं के समूह के प्रयासों की सराहना की.