मोदी सरकार ला रही है एंटी लेबर बिल? विपक्ष ने उठाए सवाल
शीतकालीन सत्र के नौंवे दिन लोकसभा में इंडस्ट्रियल रिलेशंस कोड, 2019 पर चर्चा की गई। प्रश्नकाल समाप्ति के बाद हुई चर्चा में इस बिल को लेकर विपक्ष के कई नेताओं ने मुखर विरोध किया। वहीँ कांग्रेस ने इस बिल को साफ़ तौर पर एंटी लेबर बिल बताया। इसके साथ ही विपक्ष ने इस बिल को लेकर विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी हायर और फायर सिंड्रोम लाना चाह रही है।
पश्चिम बंगाल के बहरामपुर से कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने इंडस्ट्रियल रिलेशंस कोड बिल का विरोध करते हुए कहा कि सरकार हायर और फायर सिंड्रोम लाना चाह रही है। बिल में सोशल सिक्योरिटी नहीं है लेबर को सोशल सिक्योरिटी मिलनी चाहिए। कलेक्टिव बार्गेनिंग की बात बिल में कहीं नहीं है। जबकि यह मजदूर का मौलिक अधिकार है। यह बिल साफ तौर पर एंटी लेबर है। उनके साथ ही केरल के कोल्लम से आरएसपी सांसद एनके प्रेमचंद्रन और पश्चिम बंगाल के दमदम से टीएमसी सांसद सौगत रॉय ने भी इस बिल का मुखर विरोध किया।
ये बोले केंद्रीय मंत्री गंगवार
गौरतलब है कि विपक्ष के विरोध के जवाब में श्रम और रोजगार राज्य मंत्री संतोष गंगवार ने सफाई देते हुए कहा कि हमारे यहां कोई भी श्रम कानून होता है तो साधारण तरीके से प्रस्तुत नहीं होता है। लंबी चर्चा के बाद लाया जाता है। इसके साथ ही संतोष गंगवार ने बिल को लोकसभा के पटल पर विचार करने के लिए पेश किया। बिल पर चर्चा के बाद लोकसभा में शून्यकाल की कार्यवाही शुरू हो गई।