ऑपरेशन द लंदन ब्रिज लीक
ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ के निधन के बाद की तैयारियों और प्रिंस चार्ल्स की ताजपोशी का सीक्रेट प्लान एक्पोज; शाही परिवार में हड़कंप
ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय स्वस्थ हैं। हालांकि, शाही परंपरा के मुताबिक उनके निधन के बाद अंतिम संस्कार की तैयारियों का सीक्रेट प्लान लीक होने से हड़कंप मच गया। दरअसल, शुक्रवार को अमेरिकी न्यूज वेबसाइट पॉलिटिको पर कुछ दस्तावेज सामने आए जिसमें महारानी के निधन के कुछ घंटों और दिनों के बाद बड़े स्तर पर होने वाले कार्यक्रमों की योजना की जानकारी दी गई है।
योजना के मुताबिक महारानी के निधन के बाद 10 मिनट के भीतर वॉइटहॉल के झंडे आधे झुका दिए जाएंगे। प्रिंस चार्ल्स टीवी पर जनता को संबोधित करेंगे और इसके बाद ब्रिटेन के दौरे पर निकल जाएंगे। अंतिम संस्कार का कार्यक्रम 10 दिन चलेगा। महारानी को प्रिंस फिलिप के बगल में दफनाया जाएगा। इन सब बातों का जिक्र प्लान ‘ऑपरेशन लंदन ब्रिज’ में किया गया है। इसके साथ ही महारानी के निधन के कुछ महीनों बाद उनके उत्तराधिकारी प्रिंस चार्ल्स की ताजपोशी की गोपनीय योजना (ऑपरेशन स्प्रिंग टाइड) भी लीक हुई है।
जांच बिठा सकती है सरकार
लीक हुई रिपोर्ट में महारानी के निधन के दिन यानी ‘डी डे’ की पूरी प्लानिंग बताई गई है। इसके मुताबिक, निधन की सूचना उनके निजी सचिव प्रधानमंत्री को देंगे। योजना का खुलासा होने से शाही परिवार में हड़कंप है। बकिंघम पैलेस की नाराजगी को देखते हुए सरकार जांच बिठा सकती है।
3 दिन पार्थिव शरीर संसद में रहेगा
शाही परिवार के बाद प्रधानमंत्री पहले शख्स होंगे जिनसे यह बात साझा की जाएगी। निधन के घंटे भर बाद महारानी को गन सैल्यूट दिया जाएगा। शाही परिवार मीडिया के जरिए आधिकारिक सूचना देगा कि महारानी का अंतिम संस्कार वेस्टमिंस्टर ऐबे में होगा। अंतिम संस्कार से पहले तीन दिन पार्थिव शरीर संसद में रहेगा, ताकि आम लोग श्रद्धांजलि दे सकें।
लंदन खचाखच भरा होगा
दस्तावेजों में महारानी की मौत के बाद की ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट की योजना का भी जिक्र है। इसमें कहा गया है कि इस मौके पर इतिहास में पहली बार लंदन खचाखच भरा होगा। ट्रेन और बसें फुल होंगी। होटलों में खासी भीड़ रहेगी। वहीं इंटरनेट युग को ध्यान में रखकर सोशल मीडिया प्लान भी अपडेट किया गया है।
रॉयल परिवार की वेबसाइट का पेज ब्लैक कर दिया जाएगा
इसके मुताबिक रॉयल परिवार की वेबसाइट का पेज पूरी तरह ब्लैक कर दिया जाएगा। सरकार के मंत्रियों और विभागों को सोशल मीडिया संदेशों के लिए पहले राजनीतिक विशेषज्ञों से अनुमति लेनी होगी, ताकि संवेदनशील वक्त में किसी तरह की गड़बड़ी न हो। जब तक PM संदेश नहीं देते, कोई भी सांसद सार्वजनिक बयान नहीं दे सकेगा।
1960 में बना था यह प्लान, कोरोना काल में अपडेट किया
प्लान में यह भी बताया गया है कि निधन के दिन से लेकर अगले 10 दिन तक क्या होगा। 10वां दिन ‘राष्ट्रीय शोक दिवस’ होगा। अगर उस दिन अवकाश नहीं हुआ तो कंपनियां तय कर सकेंगी कि कर्मचारियों को बुलाना है या नहीं।
यह स्पष्ट नहीं है कि ‘लंदन ब्रिज इज फॉलन’ कोडवर्ड का इस्तेमाल होगा या नहीं। योजना पहली बार 1960 में बनाई गई थी। कोरोना काल में इसे अपडेट किया गया। 95 वर्षीय महारानी ब्रिटिश इतिहास में सबसे लंबे समय तक राज करने वाली शख्सियत हैं।