भाजपा के साथ जाने पर ओपी राजभर ने तोड़ी चुप्पी, जानें एसबीएसपी चीफ ने क्या कहा?
धर्मेंद्र प्रधान व सुनील बंसल के साथ फोटो वायरल होने के बाद ओपी राजभर के भाजपा में जानें के अटकलें तेज
लखनऊ: यूपी विधानसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत के बाद बाद एक बार फिर योगी आदित्यनाथ सीएम बनने जा रहे हैं. सीएम योगी का दोबारा शपथ ग्रहण कार्यक्रम 25 मार्च को शाम 4 बजे लखनऊ के अटल बिहारी वाजपेयी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में होगा. इस बीच सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के एनडीए में शामिल होने की खबरों से यूपी का सियासी पारा चढ़ गया है.
दरअसल, ओम प्रकाश राजभर की केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के अलावा यूपी चुनाव के लिए भाजपा प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान और बीजेपी के प्रदेश महामंत्री (संगठन) सुनील बंसल के साथ एक फोटो वायरल हो रही है. इस फोटो के बाद ही उनके एनडीए के साथ जानें की अटकलों का सियासी राजनीति गर्म हो गया है.
वहीं, गृह मंत्री अमित शाह के साथ मुलाकात करने की खबर पर एसबीएसपी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि ये खबर निराधार है, न मैं दिल्ली गया था और न ही मैं किसी से मिला. हम स्थानीय निकाय चुनाव की तैयारी में लग हुए हैं और सपा गठबंधन के जो हमारे उम्मीदवार हैं उनको जिताने के लिए हम काम कर रहे हैं. इससे पहले एसबीएसपी के प्रवक्ता पीयूष मिश्रा ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी का भारतीय जनता पार्टी के साथ जाने की खबर निराधार है, पार्टी समाजवादी पार्टी के साथ थी, है और रहेगी.’
अरविंद राजभर ने कही ये बात
वहीं, ओम प्रकाश राजभर के बेटे अरविंद राजभर ने कहा कि सुभासपा और बीजेपी के गठबंधन की बात गलत है. भाजपा भ्रम फैला रही है. हम सपा के साथ थे और साथ रहेंगे, भाजपा के साथ जाने की बात गलत है.
बता दें कि ओम प्रकाश राजभर ने 2017 का विधानसभा चुनाव भाजपा के साथ मिलकर लड़ा था और 4 सीटों पर जीत हासिल की थी. इसके बाद वह योगी कैबिनेट में मंत्री भी बने थे, लेकिन कुछ महीनों बाद वह अलग हो गए. वहीं, 2022 में वह सपा के साथ गठबंधन में चुनाव लड़े हैं. इस बार उनकी पार्टी को 6 सीटें मिली हैं. हालांकि सपा गठबंधन सिर्फ 125 सीटों पर सिमट गया. वहीं, बीजेपी गठबंधन ने 273 सीटों पर जीत दर्ज करने के साथ सत्ता में वापसी कर ली है.