AAP : BJP में एक से एक गालीबाज नेता

BJP नेताओं में इन दिनों विपक्ष के नेताओं को भला बुरा कहने और गाली देने की होड़ लगी है.. इस रेस में एक दूसरे को पीछे छोड़ने की तगड़ा कॉम्पिटिशन चल रहा है

ऐसा लगता है कि BJP नेताओं में इन दिनों विपक्ष के नेताओं को भला बुरा कहने और गाली देने की होड़ लगी है.. इस रेस में एक दूसरे को पीछे छोड़ने की तगड़ा कॉम्पिटिशन चल रहा है… BJP के छुट भईया नेता अगर ऐसा करते तो अलग बात होती लेकिन अब तो बीजेपी के सांसद, विधायक और उनके प्रवक्ता कभी मंच से, रैली में तो कभी टीवी चैनलों में लाइव डिबेट में ही गाली देने की एक प्रथा बना ली है ऐसा लगता है जो जितनी गालियां देगा बीजेपी में उसकी उतनी ही तवज्जो होती है… शायद तभी इन नेताओं को विपक्षियों से बेहद बदतमीजी से बात करते हैं…?

हाल ही में एक लाइव टीवी डिबेट के दौरान शहजाद पुनेवाला द्वारा दिए गए बयान ने देशभर में विवाद खड़ा कर दिया है… इस डिबेट के दौरान उन्होंने जो जातिगत टिप्पणी और गाली दी वो बहुत ही शर्मनाक और निंदनीय है…. शहजाद ने ऐसी भाषा का इस्तेमाल किया जिसे ब्राह्मण समाज ने बेहद आपत्तिजनक और अपमानजनक माना.. इस बयान के बाद न केवल सोशल मीडिया पर हंगामा हुआ, बल्कि राजनीतिक गलियारों में भी इसकी गूंज सुनाई देने लगी… शहजाद पूनावाला अब चारों तरफ से घिर गए… ब्राह्मणों पर अगर किसी दूसरी पार्टी के नेता ने अगर ये टिप्पणी की होती तो वो शायद अब तक जेल में होता….

डिबेट में शहजाद पुनेवाला जो BJP के प्रवक्ता के रूप में शामिल हुए थे, उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी पैनलिस्ट पर कटाक्ष करते हुए ऐसी टिप्पणी की जो कई लोगों को असभ्य और अमर्यादित लगी… यह टिप्पणी ब्राह्मण समाज के सदस्यों को खासतौर पर आहत करने वाली मानी गई,… बयान के तुरंत बाद सोशल मीडिया पर इसका वीडियो वायरल हो गया, जिससे व्यापक नाराजगी फैल गई…

शहजाद के बयान पर सबसे तीखी प्रतिक्रिया ब्राह्मण समाज से आई… देश के कई हिस्सों में ब्राह्मण संगठनों ने इसे उनकी प्रतिष्ठा और सम्मान पर सीधा हमला करार दिया… इन संगठनों ने इस टिप्पणी की निंदा करते हुए मांग की कि शहजाद तुरंत माफी मांगें… कई संगठनों ने इसे न केवल व्यक्तिगत अपमान बताया, बल्कि भारतीय संस्कृति और परंपरा के खिलाफ भी माना…

ब्राह्मण समाज ने इस मुद्दे पर प्रदर्शन किए और ज्ञापन सौंपे… उन्होंने कहा कि यह केवल एक समाज विशेष का मुद्दा नहीं है, बल्कि यह भारतीय सामाजिक ताने-बाने पर एक हमला है। सोशल मीडिया पर भी ब्राह्मण समाज के समर्थन में #ShahzadApologize ट्रेंड करने लगा…

इस विवाद ने राजनीतिक माहौल को भी गरमा दिया… आम आदमी पार्टी ने इस मामले में सबसे तीखा हमला किया,… पार्टी के नेताओं ने शहजाद के बयान को बीजेपी की जातिगत राजनीति का उदाहरण बताते हुए कहा कि बीजेपी ने हमेशा समाज को बांटने का काम किया है… आप प्रवक्ता ने यह भी आरोप लगाया कि शहजाद ने जानबूझकर ऐसा बयान दिया, ताकि ब्राह्मण समाज को अपमानित किया जा सके…

आम आदमी पार्टी ने बीजेपी से यह मांग की कि शहजाद पुनेवाला को उनके पद से तुरंत हटाया जाए… इसके साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी का यह रवैया उनके तथाकथित “सबका साथ, सबका विकास” के नारे के खिलाफ है….

दिल्ली चुनाव के बीच शहजाद पूनावाला के बयान पर जब चारों तरफ से वार पलटवार शुरू हुआ तो
इस विवाद पर बीजेपी के भीतर भी मतभेद सामने आ गए… ब्राह्मणों ने जिस तरह से बीजेपी को निशाना बनाना शुरू किया उससे परेशान मनोज तिवारी सामने आ गए…
सांसद मनोज तिवारी ने शहजाद पुनेवाला के बयान की जमकर आलोचना करते हुए एक वीडियो जारी किया….
उन्होंने कहा कि इस तरह की टिप्पणी न केवल अनैतिक है, बल्कि पार्टी की छवि को भी नुकसान पहुंचा सकती है… मनोज तिवारी ने शहजाद को माफी मांगने की सलाह दी और यह स्पष्ट किया कि बीजेपी ऐसी टिप्पणियों का समर्थन नहीं करती… बीजेपी इस मामले में कार्रवाई भी करेगी… सुनिए मनोज तिवारी को

IITian बाबा के पिता का आया बयान जताई नाराज़गी

हालांकि, बीजेपी के अन्य वरिष्ठ नेताओं ने इस मामले में अब तक चुप्पी साध रखी है… इस चुप्पी को लेकर भी राजनीतिक हलकों में सवाल उठ रहे हैं… और आने वाले दिल्ली चुनाव में इस का असर भी देखने को मिल सकता है… वाहवाही के चक्कर में शहजाद पूनावाला ने वाहियात बयान दिया उससे ब्राह्मण समाज बुरी तरह आहत है…

शहजाद पुनेवाला ने इस विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उनके बयान को गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया है… उन्होंने दावा किया कि उनकी मंशा किसी भी समाज को आहत करने की नहीं थी.. शहजाद ने कहा कि यह पूरा विवाद विपक्ष की एक साजिश है, जो उनकी छवि को खराब करने के लिए रचा गया है

हालांकि, उन्होंने अभी तक माफी मांगने से इनकार कर दिया है… उनकी इस प्रतिक्रिया से विवाद और गहरा गया है… विरोध करने वाले संगठनों और राजनीतिक दलों ने इसे उनकी हठधर्मिता करार दिया है..

सोशल मीडिया BJP विवाद का सबसे बड़ा मंच बन गया है… वीडियो वायरल होने के बाद से लोग अलग-अलग प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं… कुछ लोग शहजाद के बयान का समर्थन कर रहे हैं और इसे विपक्ष का मुद्दा बनाने की कोशिश मान रहे हैं… वहीं, अधिकांश लोग इस बयान को निंदनीय बताते हुए शहजाद से माफी की मांग कर रहे हैं।

BJP  घटना ने समाज में जातिगत संवेदनाओं को फिर से चर्चा का विषय बना दिया है। कई विशेषज्ञों ने इसे भारत में जाति और राजनीति के जटिल संबंधों का उदाहरण बताया है।

भारत में जातिगत राजनीति हमेशा से एक बड़ा मुद्दा रहा है। इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या राजनीतिक दल समाज को बांटने के लिए जाति का सहारा लेते हैं? ब्राह्मण समाज ने इसे अपनी पहचान और सम्मान का मुद्दा बनाया है। इससे यह भी सवाल खड़ा होता है कि क्या ऐसे विवाद समाज में विभाजन को बढ़ावा देते हैं।

BJP  विवाद केवल शहजाद पुनेवाला के बयान तक सीमित नहीं है, बल्कि यह समाज, राजनीति और मीडिया के बीच संतुलन की आवश्यकता को भी दर्शाता है। आने वाले दिनों में इस मामले पर और बयानबाजी देखने को मिल सकती है।

क्या शहजाद पुनेवाला माफी मांगेंगे? क्या यह विवाद राजनीतिक रूप से और गहराएगा? यह सवाल अभी अनुत्तरित हैं। लेकिन यह साफ है कि इस मुद्दे ने न केवल सामाजिक, बल्कि राजनीतिक समीकरणों को भी प्रभावित किया है।

Shehzad Poonawalla, BJP

 

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