चरणजीत चन्नी के किस बयान पर भड़के गिरिराज सिंह? बोले, ‘कांग्रेस का हाथ, खालिस्तानियों के साथ…’
बुधवार (24 जुलाई) को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किए गए केंद्रीय बजट पर गुरुवार (25 जुलाई) को संसद में चर्चा हुई। इस
बुधवार (24 जुलाई) को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किए गए केंद्रीय बजट पर गुरुवार (25 जुलाई) को संसद में चर्चा हुई। इस दौरान कांग्रेस सांसद चरणजीत सिंह चन्नी के ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख और निर्दलीय सांसद अमृतपाल सिंह को लेकर दिए गए बयान पर सियासत गरमा गई है। केंद्रीय मंत्री और बीजेपी सांसद गिरिराज सिंह ने कांग्रेस पर खालिस्तानियों का समर्थन करने का आरोप लगाया।
गिरिराज सिंह ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि इंदिरा गांधी का हत्यारा खालिस्तानी था और कांग्रेस अब भी खालिस्तानियों का समर्थन कर रही है। उन्होंने कहा, “वाह रे कांग्रेस, जय चन्नी। यह भारत की संप्रभुता पर हमला है। पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के बयान पर कार्रवाई होनी चाहिए। कांग्रेस का हाथ खालिस्तानियों के साथ है।”
चरणजीत सिंह चन्नी ने क्या कहा?
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस सांसद चरणजीत सिंह चन्नी ने बजट पर चर्चा के दौरान बीजेपी पर जमकर हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि बजट में पंजाब को कुछ नहीं दिया गया। चन्नी ने कहा कि बीजेपी आपातकाल के आरोप लगाती है, लेकिन देश में तो अभी अघोषित आपातकाल लागू है, जब एक चुने गए निर्वाचित सांसद पर एनएसए लगाकर उन्हें जेल में डाल दिया गया है, जिसके चलते वे अपने क्षेत्र के लोगों का प्रतिनिधित्व नहीं कर पा रहे हैं। चन्नी का ये इशारा ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख और निर्दलीय सांसद अमृतपाल सिंह की ओर था।
अमृतपाल सिंह कौन हैं?
अमृतपाल सिंह खालिस्तान समर्थक और ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख हैं। उनका जन्म 17 जनवरी 1993 को पंजाब के अमृतसर जिले के जल्लूपुर खेड़ा में हुआ था। अमृतपाल सिंह के पिता का नाम तरसेम सिंह है। अमृतपाल साल 2012 में अपने परिवार के ट्रांसपोर्ट के कारोबार में शामिल होने के लिए दुबई चले गए थे, तब वह महज 19 साल के थे। उन पर खालिस्तान का समर्थन करने का आरोप लगा है और फिलहाल वे असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद हैं।