जयंती पर आस्था से रोशन हुआ पुण्य सलिला सरयू का तट
दिव्य मां सरयू आरती सेवा समिति के तत्वावधान में मां सरयू की दिव्य फूल बंगले की झांकी सजाई गई व 5100 बत्ती की महाआरती के साथ सरयू में अद्वितीय दीपदान किया गया
अयोध्या। सरयू जयंती की रात पुण्यसलिला के तट पर आस्था की इंद्रधनुषी छटा बिखरी। विधि- विधान से पुण्यसलिला का पूजन किया गया। सरयू तट पर झांकी सजी और जगह-जगह पुण्यसलिला की हजारों दीपों से आरती की गई।
रामनगरी अयोध्या में जेष्ठ पूर्णिमा पर माँ सरयू की जयंती बड़े धूम धाम से मनाई गई। लेकिन इस कोविड काल में अनलॉक के दौरान ज्यादा श्रद्धालु नहीं दिखे स्थानीय लोगों ने मां सरयू की भव्य आरती कर पूजन अर्चन किया। जिसमें अयोध्या के संत भी शामिल हुए। दिव्य मां सरयू आरती सेवा समिति के तत्वावधान में मां सरयू की दिव्य फूल बंगले की झांकी सजाई गई और 5100 बत्ती महाआरती व प्रसाद वितरण कर पूरे सरयू में अद्वितीय दीपदान किया गया जिसमें पूरा सरयू तट दीपों से रोशन हो गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री तेजनारायण पाण्डेय पवन ने मां सरयू की आरती की।
ग्रंथों में भी मां सरयू का विशेष वर्णन किया गया है माना जाता है कि महाराजा रघु की प्रार्थना पर महर्षि वशिष्ठ ने तपस्या करके ब्रह्मदेव को प्रसन्न कर मां सरयू को पृथ्वी पर अवतरित कराने का वरदान प्राप्त किया था। वहीं वर्णन में कहा गया है कि जब ब्रम्हदेव सृष्टि की रचना कर रहे थे तो उससे पहले ही ब्रह्मदेव ने भगवान विष्णु की तपस्या की थी और भगवान विष्णु ब्रह्म देव को दर्शन दिया था। दर्शन के बाद ब्रम्हदेव की तपस्या को देख भगवान विष्णु इतना खुश हो गए थे कि उनकी आंखों से आंसू निकल पड़े थे। तभी ब्रह्मा जी ने ऑसुओं को अपने हाथों से रोक उसे मानसरोवर पर स्थापित किया था।इसीलिए सरयू को नेत्रजा भी कहा जाता है। जेष्ठ पूर्णिमा पर मां सरयू को लेकर इस वर्ष सरयू महोत्सव का आयोजन बृहद स्तर पर कोविड काल के कारण नहीं मनाया जा सका लेकिन अयोध्या के स्थानीय नागरिक व संतों ने मां सरयू की भव्य आरती की।
कार्यक्रम के संयोजक दिव्य मां सरयू आरती सेवा समिति के अध्यक्ष एवं करतलिया बाबा आश्रम के महंत बालयोगी रामदास ने कहा कि रामनगरी अयोध्या में आज के दिन मां सरयू का अवतरण हुआ था। पवित्र पावन माँ सरयू की भव्य आरती का बड़ा अद्भुद दृश्य होता है। उन्होंने बताया कि यह उत्सव 4 पीढ़ियों से होता आ रहा है। जिसमें मां सरयू को प्रातः भोग प्रसाद व देर शाम दिव्य आरती होती आ रही है। महंत रामदास कहते है यह करतलिया बाबा सरकार के समय से होता आ रहा है।
इस मौके पर माता प्रसाद पाण्डेय महंत कमल दास श्रीचंद यादव राम शंकर सिंह कल्पना सिंह बुद्धू सिंह हरिहर यादव मौजी राम यादव आदि लोग मौजूद रहें।